आयुक्त, बरेली मण्डल व पुलिस महानिरीक्षक, बरेली परिक्षेत्र द्वारा साईबर सुरक्षा व सोशल मीडिया से बढ़ते अपराधो के रोकथाम की वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की समीक्षा
मण्डल के विद्यालयों में साईबर सेल स्थापित किये जाने के दिये निर्देश
सोशल मीडिया के प्रचलन से बालकों/किशोरों में फैल रहे दुष्प्रभाव की रोकथाम के हेतु मण्डल में जनपदवार कार्यशाला का किया जायेगा आयोजन
जनपद बरेली व जनपद पीलीभीत में माह नवम्बर के प्रथम सप्ताह तथा जनपद बदायूँ व जनपद शाहजहाँपुर में माह नवम्बर के तृतीय सप्ताह में कार्यशाला होगी आयोजित
जनपदों के उच्चप्राथमिक, माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालयों प्रधानाचार्यों/बच्चों एवं उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग कर, साइबर सुरक्षा के सम्बन्ध में दिये जायेंगे सुझाव
मण्डलायुक्त, बरेली व पुलिस महानिरीक्षक, बरेली परिक्षेत्र द्वारा साईबर सुरक्षा व सोशल मीडिया से बढ़ते अपराधों की रोकथाम के संबंध में मण्डलीय/जनपदीय अधिकारियों से वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक की गयी। सोशल मीडिया के प्रचलन से समाज में बालको/किशोरों में फैल रहे दुष्प्रभावो की रोकथाम हेतु मण्डल में जनपदवार माह नवम्बर में कार्यशाला आयोजित की जायेगी। आयोजित कार्यशाला में जनपदों के उच्चप्राथमिक, माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालयों प्रधानाचार्यों/बच्चों एवं उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग कर, साईबर सुरक्षा/अपराधा के संबंध में अपने अपने सुझाव भी दिये जायेंगे। प्राप्त सुझावों के अधार पर बालक/बालिकाओं में जागरूकता लाकर साईबर अपराध में रोकथाम की जायेगी, जिससे भविष्य में समाज में वैमनस्यता न फैलने पाये तथा बालक बालिकायें सोशल मीडिया का सीमित उपयोग अपने ज्ञान का विकास कर सके। सभी स्कूलों/कॉलोजों में सोशल मीडिया प्लेटफार्म तैयार कराकर बालक/बालिकाओं की गतिविधियों पर नजर रखा जाना सुनिश्चित किया जायेगा।
जनपदों के उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/बच्चों एवं उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग कर, साइबर सुरक्षा के सम्बन्ध में दिये जायेंगे सुझाव
जनपद बरेली व जनपद पीलीभीत में माह नवम्बर के प्रथम सप्ताह तथा जनपद बदायूँ व जनपद शाहजहाँपुर में माह नवम्बर के तृतीय सप्ताह में कार्यशालायें आयोजित की जायेंगी जिनमें प्रत्येक जनपद के उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा के विद्यालयों प्रधानाचार्यों/बच्चों एवं उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा, जो निम्नानुसार हैः-
छात्रों की कुल संख्या – 25 – (उच्च शिक्षा से 10, माध्यमिक शिक्षा 10, बेसिक शिक्षा से 5)
अभिभावकों की कुल संख्या – 25 – (उच्च शिक्षा से 10, माध्यमिक शिक्षा 10, बेसिक शिक्षा से 5)
प्रधानाचार्य/शिक्षकों की कुल संख्या – 50 – (उच्च शिक्षा से 15, माध्यमिक शिक्षा 25, बेसिक शिक्षा से 10)
खण्ड शिक्षा अधिकारियों की कुल संख्या – 10 – (बेसिक शिक्षा 15)
अन्य अधिकारीगण की कुल संख्या – 10
साइबर सुरक्षा सक्योरिटी/क्राईम के सम्बन्ध में अपने-अपने सुझाव दिये जायेंगे। प्राप्त सुझावों के आधार पर बालक/बालिकाओं में जागरूकता लाकर साईबर क्राईम में रोकथाम लगायी जायेगी, ताकि भविष्य में समाज में वैमनस्यता न फैलने पाये तथा बालक बालिकायें सोशल मीडिया का सीमित उपयोग कर आवश्यक ज्ञान का विकास में करें। सभी स्कूलों / कालेजों में सोशल मीडिया प्लेटफार्म तैयार कराकर बालक / बालिकाओं की गतिविधियों पर नजर रखा जाना सुनिष्चित किया जायेगा।
आयोजित कार्यशाला में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/बच्चों एवं उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग कर रखेगा जायेगा वक्तव्य
जनपदों में आयोजित कार्यशाला में विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/बच्चों एवं उनके अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग कर अपना-अपना वक्तव्य रखा जायेगा जिसमें 02 प्राचार्य/प्रधानाचार्य (उच्च शिक्षा से 01, माध्यमिक शिक्षा से 01), 02 छात्र (उच्च शिक्षा से 01, माध्यमिक शिक्षा से 01), 02 अभिभावक (उच्च शिक्षा से 01, माध्यमिक शिक्षा से 01) इसके अतिरिक्त मनोविज्ञान अधिकारी द्वारा अपना वक्तव्य रखा जायेगा, साइबर सुरक्षा सेल के विशेषज्ञ द्वारा भी साइबर सेल से संबंधित अपना वक्तव्य रखा जायेगा तथा जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा निर्धारित विषय पर अपना वक्तव्य भी रखा जायेगा।
वक्ताओं हेतु परिचर्चा का विषय निम्नानुसार हैः-
अभिभावक हेतु- स्वंय के पाल्य को सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव से कैसे बचाया जाए
छात्र हेतु – सोशल मीडिया का छात्रहित से सदुपयोग, सावधानी एवं दुष्प्रभाव
शिक्षक हेतु – छात्र/छात्राओं को सोशल मीडिया के समुचित प्रयोग हेतु जागरूक करना
साईबर सुरक्षा विशेषज्ञ द्वारा – साईबर अपराध एवं उससे जुड़े नवीनतम कानूनों की जानकारी