जिलाधिकारी ने जनपद के आकांक्षात्मक विकास खण्डों तथा मलेरिया / डेंगू व पशुओं में लम्पी रोगों के रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की करी समीक्षा
जिला अस्पताल सहित समस्त सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में डेंगू, मलेरिया आदि रोगों की जांच कर रोगियों का सही उपचार किया जाये
गौशालाओं में साफ-सफाई, चूना छिड़काव आदि की व्यवस्थाएं की जाये
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में मुख्य विकास अधिकारी व समस्त खण्ड विकास अधिकारियों के साथ जनपद के आकांक्षात्मक विकास खण्डों, संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत मलेरिया व डेंगू, पशुओं में लम्पी रोगों के रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की..
जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियों से पूछा कि जनपद में नीति आयोग तथा राज्य स्तर पर चयनित आकांक्षात्मक विकास खण्डों में विकास परक कार्यों की स्थिति क्या है।
जिसमे जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि जनपद में भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा आकांक्षात्मक विकास खण्ड फतेहगंज पश्चिमी, दमखोदा व बहेड़ी को चयनित किया गया है। उक्त के अतिरिक्त राज्य स्तर पर आकांक्षात्मक विकास खण्ड फतेहगंज पश्चिमी, दमखोदा, बहेड़ी मझगवां व शेरगढ़ चयनित हैं, जिनमें वर्तमान में संकल्प सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य मेला, टीकाकरण अभियान, एनीमिया जांच और उपचार, पोषण मेला, बच्चों के विकास की निगरानी, गर्भवती महिलाओं का वजन, आंगनबाड़ियों में गोदभराई व अन्नप्रासन समारोह, स्वच्छता अभियान, कृषि मेला, शिक्षण मेला, सर्वश्रेष्ठ छात्र तथा शिक्षक पुरस्कार समारोह, आजीविका मेला, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में नामांकन, कृषि उत्पादों व अन्य वस्तुओं की प्रदर्शनी आदि कार्यक्रम हो रहे हैं। खण्ड विकास अधिकारियों ने अपने-अपने विकास खण्डों में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आकांक्षात्मक विकास खण्डों में 40 इंटीग्रेटर पर विशेष रूप से विकास किया जाना है इस दिशा में कार्य किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में डेंगू व मलेरिया के रोगी बढ़ रहे हैं जिसके रोकथाम हेतु समस्त खण्ड विकास अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में झाड़ियां, नालियों की साफ-सफाई, जलभराव आदि को दूर किया जाये तथा डेंगू व मलेरिया के बचाव हेतु लोगों को भी जागरूक करें कि लोग अपनी व्यक्तिगत सफाई का भी ध्यान रखें, मच्छरों से बचने हेतु पूरी बांह के कपड़े, कमीज, पेंट आदि पहने, पीने के लिये स्वच्छ जल का उपयोग करें, बच्चों का नियमित टीकाकरण करायें तथा घर, गांव व मोहल्ले के भी वातावरण को स्वच्छ रखें। गांव या उनके आस-पास कोई बुखार से पीड़ित है तो उनको निकटतम सरकारी अस्पताल में इलाज कराये। संचारी रोगों से बचाव के दृष्टिगत संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी चलाया जा रहा है। डॉक्टरों की उपलब्धता समय से रहे तथा उनका फोन भी उठे। जिला अस्पताल सहित समस्त सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में डेंगू, मलेरिया आदि रोगों की जांच कर रोगियों का सही उपचार किया जाये और दवा की उपलब्धता रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में लम्पी स्किन रोग से बचाव हेतु पशुओं को वैक्सीन लगायी जाये तथा गौवंशों को निरन्तर दवाएँ भी उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि गौशालाओं में साफ-सफाई, चूना छिड़काव आदि की व्यवस्थाएं की जाये। विकास खण्डों में स्थित गौशालाओं का विशेष ध्यान रखा जाये यदि कोई गाय बीमार हैं उनको अलग रख कर उसका उपचार भी किया जाये। पशु चिकित्सक समय-समय पर गौशालाओं में जाकर गौवंशों की जांच करते रहे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि गौशाला में संरक्षित गौवंशों के सापेक्ष पर्याप्त मात्रा में भूसा, हरा चारा आदि की उपलब्धता रहे। अन्य जनपदों से संक्रमण ना आये इस दृष्टि से बॉडर के क्षेत्रों में पशुओं का वैक्सीनेशन कराया जाये।