मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने महाराणा प्रताप जिला संयुक्त चिकित्सालय का किया औचक निरीक्षण

मंडलायुक्त ने हेल्थ एटीएम कक्ष में लगी मशीन का भी निरीक्षण किया और डॉक्टरों को निर्देश दिए कि हेल्थ एटीएम मशीन सुचारू रूप से संचालित रहे, मरीजों का वजन, बीपी एवं पल्स आदि का चेकअप नियमानुसार किया जाए

मंडलायुक्त ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि अस्पताल में साफ-सफाई नियमित रूप से हो तथा मरीजों को दी जाने वाली दवाएं भी उपलब्ध रहें, जो दवाएं खत्म हो रही है, उससे पहले उन दवाओं की मांग कर उपलब्धता रखें

कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने आज जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया सबसे पहले मंडलायुक्त ने ओपीडी पंजीकरण काउंटर विंडो पर लगी भीड़ को देखकर सी0एम0एस0 से जानकारी ली। जिस पर सीएमएस ने अवगत कराया कि 05 पंजीकरण काउंटर विंडो बनाए गए हैं, जिसमें एक काउंटर पर दिव्यांगजनों तथा एक काउंटर पर ई-हॉस्पिटल सुविधा आभा योजना के अंतर्गत पंजीकरण की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए मरीजों को पंजीकरण सुविधा में तेजी लाई जाए।

कमिश्नर ने ओपीडी में फिजीशियन कक्ष के गेट पर लगी रस्सी को तत्काल हटवाया और डॉक्टरों को निर्देश दिए कि मरीजों का उचित तरीके से परीक्षण कर दवा लिखें। उन्होंने सर्जरी कक्ष के सामने बैठी महिला मरीज साहिबा बाकरगंज से पूछने पर महिला ने बताया के प्लास्टर होना है प्लास्टर की रसीद 300 रुपए की बनाने के लिए कहे रहें हैं। सीएमएस महिला ने बताया कि प्लास्टर होने की रसीद 267 रुपए की बनाई जाती है। मंडलायुक्त ने वार्ड बॉय पंकज को निर्देश दिए कि प्लास्टर किये जाने की नियमानुसार मरीजों से रसीद की धनराशि ली जाए। उन्होंने हेल्थ एटीएम कक्ष में लगी मशीन का भी निरीक्षण किया और डॉक्टरों को निर्देश दिए कि हेल्थ एटीएम मशीन सुचारू रूप से संचालित रहे, मरीजों का वजन, बीपी, पल्स आदि का चेकअप नियमानुसार किया जाए। उन्होंने पैथोलॉजी विभाग का निरीक्षण करते हुए डॉ0 के0पी0 सिंह को निर्देश दिए कि मरीजों की जांच रिपोर्ट समय पर उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने डिजिटल एक्स-रे कक्ष का भी निरीक्षण किया। वहां पर मौजूद मरीजों से एक्स-रे की जानकारी ली। वहां उपस्थित डॉ0 राजकुमार ने बताया कि लगभग 150 एक्स-रे प्रतिदिन होते हैं। 02 डिजिटल मशीन है 01 रेगुलर मशीन है, डिजिटल मशीन मैं एक मशीन व प्रिंटर खराब है, दो मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने डिजिटल मशीन को ठीक कराएं जाने के निर्देश दिए।

उन्होंने अल्ट्रासाउंड व सी0टी0 स्कैन कक्ष का भी निरीक्षण किया। मंडलायुक्त को डॉक्टर ने अवगत कराया की सीटी स्कैन मशीन 5 माह से खराब है। इसकी लाइफ पूर्ण हो चुकी है, कंडम किये जाने हेतु शासन से पत्राचार भी किया गया है मंडलायुक्त ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि स्कैन मशीन कंडम किए जाने की क्या प्रक्रिया है देखें और उसको कंडम कराएं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि अस्पताल में साफ सफाई नियमित रूप से हो तथा मरीजों को दी जाने वाली दवाएं भी उपलब्ध रहें, जो दवाएं खत्म हो रही है, उससे पहले उन दवाओं की मांग कर उपलब्धता रखें।

निरीक्षण के समय अपर आयुक्त प्रशासन अरुण कुमार,मुख्य चिकित्साधिकारी  डॉ0 बलवीर सिंह, सीएमएस महिला डॉ0 अलका शर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व चिकित्सक गण मौजूद रहे।