बदायूं आबकारी विभाग की मिलीभगत से बन रही थी नकली शराब, जिसकी किसी को भी कानो कान खबर भी नहीं
तिगुलापुर की शराब की दुकान पर चैकिग के दौरान सामने आया बदायूं का मामला , तब हरकत में आया आबकारी विभाग और प्रसाशन
जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत के बाद जागा प्रशासन
आपको बताते चलें कि मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव तिगुलापुर में प्रधान पद के प्रत्याशी ने मतदाताओं को रिझाने के लिए गुरुवार रात शराब पिलाई थी जिसमें विषैला पदार्थ होने की वजह से गांव के ही तीन लोगों की मौत हो गई व चौथे की हालत बिगड़ी हालत बिगड़ने के बाद उसकी आंखों की रोशनी चली गई सनसनीखेज वारदात की सूचना पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों तक पहुंचा जिसके चलते प्रशासन द्वारा आबकारी विभाग पर कढ़ाई दर्शाई गई जिस पर आबकारी विभाग ने हरकत में आते हुए बरेली से आई टीम ने बदायूं में गोपाल टॉकीज के पास एक बिल्डिंग में कच्ची शराब के ठिकाने पर छापा मारा जिसमें बरेली मंडल उप आबकारी अधिकारी राज शेखर अपनी टीम के साथ लगभग 1500 ढक्क्न माय बारकोड के बरामद किए जो ढक्कन सरकारी देसी शराब पर प्रयोग किए जाते हैं इसके चलते बदायूं आबकारी
विभाग की करतूतें सामने आ रही है आबकारी विभाग से शराब माफियाओं ने सांठगांठ कर रखी है यह सांठगांठ की वजह से लोगों की जिंदगी दांव पर लग गई जिसमें ताजा मामला तिगुलापुर गांव का सामने आने पर प्रशासन और आबकारी में हड़कंप मचा बदायूं आबकारी विभाग पैसों के लिए इतना नीचे गिर चुका है कि जिसके पहले भी कई बार फजीहत हो चुकी है अगर कोई भी व्यक्ति इन दुकानदारों की शिकायत आबकारी इंस्पेक्टर से करता है तो जिला मुख्यालय पर बैठे अधिकारियों द्वारा शराब माफियाओं को ऑफिस बुलाकर जेब गर्म कर माफ कर दिया जाता है और उन पर कोई भी कार्यवही नहीं होती जिसके चलते शराब माफिया नकली शराब बनाने और जिंदा जहर ओबर रेट बेचने से डरते भी नहीं हैं।
बदायूं से राजीव सिंह पटेल की रिपोर्ट