भगवान बुद्ध के बताए मार्ग का करे अनुसरण।
क्षत्रियों से दूरी बढ़ा रहे हैं राजनैतिक दल ।
महाराणा प्रताप जयंती समारोह की तैयारियों को दिया अन्तिम रूप।
भगवान बुद्ध जयंती के उपलक्ष में एक संगोष्ठी का आयोजन क्षत्रिय महासभा बदायूँ के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह के शिव पुरम, बदायूँ स्थित आवास पर आयोजित किया गया। सर्वप्रथम उपस्थितजनों द्वारा भगवान बुद्ध के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात महाराणा प्रताप जयंती समारोह 2023 की तैयारियों की समीक्षा की गई। संगोष्ठी में राजनैतिक दलों द्वारा क्षत्रिय समाज की उपेक्षा किए जाने का मुद्दा भी उठा।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि इच्छवाकु वंश में जन्में भगवान बुद्ध के विचारों में सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान है। उनका मानना था कि जीवन में दुख का कारण इच्छाएं हैं। लेकिन इन्हें ज्ञान द्वारा समाप्त किया जा सकता है। यह अच्छे कर्म या अष्टांगिक मार्ग द्वारा संभव है। उन्होने अलौकिक शक्तियों के बजाय विवेक एवं तर्क पर जोर देने का उपदेश दिया।
बुद्ध का मानना था कि समाज का निर्माण लोगों ने किया है ईश्वर ने नहीं। अतः व्यक्तिगत प्रयास से इसे बदला जा सकता है। उन्होंने सभी जीवो के साथ समान व्यवहार करने के साथ ही दया, करुणा, सत्य और अहिंसा का उपदेश दिया। भगवान बुद्ध के द्वारा दिए गए उपदेश आज भी प्रासंगिक है। भगवान बुद्ध ने विश्व बंधुत्व एवं मानव कल्याण की भावनाओं को सर्वोपरि महत्व दिया है।
क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर नौ मई को जिला मुख्यालय पर भव्य आयोजन किया जाएगा। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला जज सुरेन्द्र विक्रम सिंह एवम् पूर्व आई ए एस दिनेश कुमार सिंह, पूर्व जिलाधिकारी बदायूं की सहभागिता रहेंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में कुंवर राजेश कुमार सिंह, अतेंद्र विक्रम सिंह, ब्लाक प्रमुख दातागंज, डॉ वी पी सिंह सोलंकी व सत्येंद्र पाल सिंह पुंडीर की सहभागिता रहेगी। सर्व प्रथम पुष्पों से सुसज्जित महाराणा प्रताप चौक पर स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर अतिथि गण एवम गणमान्य नागरिक माल्यार्पण करेगे। स्काउट भवन में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। समारोह में प्रतिभाशाली छात्रों को सम्मानित किया जाएगा, भामाशाह और हाकिम खां सूरी सम्मान भी प्रदान किए जायेगे।
क्षत्रिय महासभा बदायूँ के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि जनपद बदायूँ ही नहीं बल्कि बरेली मंडल का सबसे बड़ा वोट बैंक क्षत्रिय है, फिर भी राजनैतिक दलों द्वारा क्षत्रिय समाज को उपेक्षित किया जा रहा है। जनपद बदायूं में किसी भी राजनैतिक दल ने चेयरमैन के पद हेतु किसी भी निकाय में एक भी क्षत्रिय को टिकट नहीं दिया है। यहां तक कि संगठन में भी महत्त्वपूर्ण पद क्षत्रियो को नही दिए जा रहे हैं, पंचायत और सहकरिता में भी क्षत्रिय प्रतिनिधित्व घटा है, विधान सभा और लोकसभा में भी टिकट न मिलने के कारण संसद और राज्य विधानमंडल में भी क्षत्रिय प्रतिनिधित्व आजादी के बाद से निरंतर कम हो रहा है। इन सब विषयों को लेकर महासभा गम्भीर है।
संगोष्ठी में प्रमुख रूप से महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट, वरिष्ठ ट्रस्टी धनपाल सिंह, क्षत्रिय महासभा बदायूं के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष राकेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष अखिलेश सिंह, जिला महासचिव रतनवीर सिंह तोमर, जिला सचिव अभिषेक पुंडीर, क्षत्रिय शिक्षक सभा के संरक्षक उमेश कुमार सिंह, क्षत्रिय सैनिक सभा के संरक्षक सुरेश पाल सिंह चौहान, जिला अध्यक्ष सतेंद्र पाल सिंह, नगर उपाध्यक्ष राजपाल सिंह राठौड़, हर्षित चौहान आदि उपस्थित रहे।