बदायूँ। बिसौली नगर पालिका परिषद में चुनावी सरगर्मियां तेजी से जोर पकड़ने लगी हैं। कई सारे प्रत्याशी सामने आ गए हैं और भाजपा से टिकट के लिए प्रयास कर रहे थे। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मोहित कुमार उर्फ मोनू महाजन भी अब मैदान में आ गए हैं। वैसे तो यह भी भाजपा से टिकट मांग रहे थे। जिससे अधिकांश प्रत्यासियों की चिंता बढ़ गई थी। वही मोनू महाजन का कहना है कि अगर भाजपा से टिकट मिला होता तो जीत कर बिसौली की तस्वीर बदल देते।
बिसौली की नगर पालिका परिषद तो भाजपा का गढ़ मानी जाती है। लेकिन कुछ वर्षो से स्थानीय नेताओं की कार्यप्रणाली से वहां की जनता नाराज है। वहां की जनता भाजपा को लगातार हरा रही है। वहीं पूर्व चेयरमैन अबरार अहमद की बात की जाए तो बेहद अच्छी छवि मानी जाती है साथ ही उनका व्यवहार सब के साथ मधुर रहता है उनकी सहजता और सरलता के सामने हर प्रत्याशी टिक नहीं सकता।जिससे वह आसानी से चुनाव जीत जाते हैं।
भाजपा ने आम जनता की पसंद को दरकिनार कर सेटिंग और संबंधों के आधार पर टिकट दिया है। इसलिए जनता भाजपा प्रत्याशी को पसंद नहीं कर रही है।भाजपा के लिए चिंता की बड़ी बात यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कुशाग्र सागर हार गए थे। जबकि भाजपा विधानसभा चुनाव में बिसौली नगर से कभी नहीं हारती जिसके चलते मामूली अंतर से कुशाग्र सागर चुनाव हार गए थे। जिन स्थानीय नेताओं के कारण चुनाव हारी थी।वही नेता को चेयरमैन में पद के लिए टिकट दिया गया हैं। जिससे जनता में कोई जोश दिखाई नहीं दे रहा।
श्री शिवबाबा सेल्स कॉरपोरेशन एंड प्रॉपर्टीज के निदेशक माहौर वैश्य समिति के अध्यक्ष और पूर्व सभासद मोहित कुमार उर्फ मोनू महाजन भी मैदान में आ गए हैं। मोनू महाजन भाजपा से टिकट मांग रहे थे।मगर कुछ नेताओं की अच्छी सेटिंग के चलते उन्हें टिकट नही दिया गया। मोनू महाजन के मैदान में आने से नगर के प्रत्याशियों की नींद उड़ गई है।लेकिन आम जनता में जोश आ गया उनका कहना है कि अगर हम जीते तो सबसे पहले बिसौली नगर की पेयजल एवं सफाई व्यवस्था दुरुस्त करेंगे साथ ही बाईपास बनवाकर नगर के लोगों को जाम से मुक्ति दिलाएंगे।