सहसवान। बताते चलें नगर निकाय चुनाव सर पर है सभी प्रत्याशी नॉमिनेशन करा रहे हैं। इसी बीच काफी दिनों से मीर परिवार के दो चिराग बाबर मियां और हैदर मियां दोनों के चुनाव लड़ने की चर्चा नगर में गर्म बनी हुई थी। इस चर्चा को बल उस वक्त और मिला जब बाबर मियां ने अपना नामांकन दाखिल किया। तो उनके साथ उनके छोटे भाई हैदर मियां नहीं दिखे तब अटकलों का बाजार और गर्म हो गया सरगर्मियां और बढ़ गई। लेकिन मीर परिवार की यह खासियत रही है। कि घर की बात बाहर नहीं जाए बाबर ने बताया कि मेरा छोटा भाई कभी मुझ से बाहर नहीं था। कुछ राजनीतिक लोगों ने हमारे दिलों में दूरियां करना चाहिए थी। लेकिन मुझे पूरा भरोसा था। मेरा भाई मुझसे दूर कभी नहीं हो सकता उधर हैदर मियां ने कहा कि कुछ बातों को लेकर जो गलतफहमियां थी।वोअब दूर हो चुकी है और इंशाल्लाह इस बार कामयाबी पहले से बहुत ज्यादा से होगी और विरोधी मुंह देखते रह जाएंगे। जैसे ही दोनों भाइयों की एक होने की खबर नगर में फैली तो उनके चाहने वालों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उनके एक होने की खुशी में लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद देना शुरू कर दी। जैसा कि आपको बता दें कि हैदर मियां अपनी वालिदा निकहत अली जो कि बसपा की कैंडिडेट थी। उनके लिए हैदरमियां ने 2 दिनों वोट भी मांगे थे। लेकिन दोनों के एक हो जाने के साथ बसपा को भी एक बार फिर से झटका लगा है।क्योंकि नॉमिनेशन का अब दिन शेष नहीं बचे हैं। इतनी जल्दी दूसरा कोई प्रत्याशी उतारना आसान भी नहीं हुआ देखते हैं।आने वाली 11 तारीख में क्या समीकरण बनते हैं। फिलहाल दोनों भाइयों के एक हो जाने से समीकरण बदलते हुए नज़र आएंगे। लेकिन इस बार फिर सहसवान की जनता किसके सर ताज बांधेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
रिपोर्ट सैयद तुफैल अहमद