बदायूं। अभियान मैनेजमेंट फाउंडेशन जॉब के नाम पर फर्जीवाड़े कर रहा है हुआ बड़ा खुलासा, छात्र-छ्त्राएं हो रही ठगी का शिकार यह एनजीओ मेन रोड जवाहरपुरी पुलिस चौकी के पास चल रहा है जिसमें कक्षा आठवां से लेकर 12वीं पास छात्र-छ्त्राएं व युवतियां को रोजगार का लालच देकर उनसे ठगी की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र से रोजाना लगभग 200 छात्र-छ्त्राएं व युवतियां को मार्केटिंग की ट्रेनिंग कर उन्हें गुमराह किया जा रहा है। फार्म 50 रुपए का लिए जा रहे 450 रुपए ट्रेनिंग के नाम पर उनसे उगाही की जा रही है।नाबालिग युवतियों को दूरदराज ग्रामीणों में रोजाना एक ग्रुप बनाकर भेजा जाता है जो मार्केटिंग के नाम पर कुछ अवैध प्रोडक्ट बेचने के नाम उन्हे गुमराह किया जा रहा है।जो महिलाओं से रिलेटेड है और फार्म भरकर ऑफिस में जमा किया जा रहा है इन व्यक्तियों का ग्रुप एक ऑटो रोजाना अलग-अलग गांव में जाता है और 10 से 15 युवतियों को लेकर के गांव-गांव में एक अभियान मैनेजमेंट फाउंडेशन नाम का फार्म भरा जाता है। जिसमें 12 हजार से लेकर 20 हजार तक रोजगार की गारंटी दी जाती है युवतियों को छह माह से अधिक हो गए हैं मगर अभी तक किसी को सैलरी नही दी गई है। ट्रेनिंग के नाम पर 450 रुपए फीस हर माह के हिसाब से अवैध वसूली की जा रही जिनका कोई न प्रमाण है न ही कोई रजिस्ट्रेशन है और ना ही उन्हें किसी रोजगार पर के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है बल्कि नाबालिग युवतियों को जॉब के नाम पर ठगा जा रहा है और उन्हें भ्रमित कर मानसिक भावनाओं को परिवर्तित करके ठगा जा रहा है।
जनपद के किसी प्रशासनिक अधिकारी को इसकी जानकारी नहीं है। बिना किसीअधिकारी की अनुमति के यह एनजीओ चल रहा है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि अवैध एनजीओ में कई कर्मचारी अधिकारी काम करते हैं जो ब्रांच मैनेजर से लेकर सहायक ब्रांच मैनेजर आदि है यह अपना काम पहली मंजिल पर किराए की बिल्डिंग लेकर एनजीओ चला रहे हैं इनके पास धन कहां से आ रहा है इतना खर्चा कैसे किया जा रहा है इसका इनके पास कोई जवाब नहीं है।
इस संबंध में जिला रोजगार सहायक अधिकारी सचिन कुमार ने बताया कि सीडीओ के द्वारा एक सूचना आई थी जिसमें मैने दो कर्मचारियों को भेज कर जांच कराई थी जिसमें एनजीओ के मैनेजर ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया था। हमारे यहां इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। मैने ज्यादा सख्ती की तो तीन दिन ऑफिस बंद रखा उसके बाद फिर खुल रहा है।