बदांयू। आपको बता दें कि पूरा मामला थाना फैजगंज बेहटा के एक गांव का है ।जहां 18 मार्च को हिंदू परिवार भाग कर चंडीगढ़ रहने लगा जहां गांव का ही एक मुस्लिम युवक पीछा करते हुए वहाँ भी पहुँचा गया और हिंदू परिवार की दो नाबालिग किशोरियों को भगा कर ले गया जिसकी थाने में तहरीर देकर कार्यवाही की मॉग की गई। लेकिन दोनों का कहीं पता नहीं चल सका।
जहाँ दो सगी हिंदू बहनों के पीछे पड़ा एक मुस्लिम युवक के डर से पिता अपनी दोनों पुत्रियों को लेकर चंडीगढ़ में चला गया था । पिता चंडीगढ़ में रहकर दोनों पुत्रियों को वही पढ़ाने लिखाने लगा लेकिन मुस्लिम युवक रुकशत ने दोनों का पीछा वहां भी नहीं छोड़ा और चंडीगढ़ पहुंच गया और दोनों सगी बहनों को बहला-फुसलाकर वहां से भगा ले गया ‘ पीड़ित पिता ने दोनों बेटियों की तलाश में चंडीगढ़ पुलिस से लेकर बदायूं पुलिस की मदद मांगी है । लेकिन कोई सफलता नही मिली
पीडित ने बताया है कि मुझे डर है कि आरोपी रुकशत अली मेरी वेटियों का धर्मातरण कराकर उसकी जान खतरे में न डाल दे ।
पीडित ने कहा कि जव चन्डीगड़ से अपने गॉव आया और आरोपी रुकशत के परिजनों से अपनी वेटियों के वारे में पूँछा तो रुकशत के परिजनों ने उसके साथ गन्दी गन्दी गालियां दी । और जान से मारने की धमकी दी ।
अब पीडित थाने के चक्कर लगा रहा है और अभी तक पुलिस ने तो अरोपी को गिरफ्तार कर सकी है और न ही किशोरियों को बरामद किया है
आज दिन रविवार को तमाम हिंदू संगठन करणी सेना राष्ट्रवादी प्रताप सेना आदि सैकड़ों की तादाद में हिंदू संगठन एवं क्षत्रिय संगठन के पदाधिकारी पहले पीड़ित के गांव में पहुंच कर उसके परिवार को सांत्वना दी जिसके बाद थाने का घेराव कर पुलिस को चेतावनी दी 1 सप्ताह में लड़की बरामद नहीं हुई तो हम धरना व प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन क्षेत्राधिकारी बिसौली को सौंपा है ।हिंदू कार्यकारणी के पदाधिकारियों का कहना है कि थाने का एक दरोगा आरोपियों हूं मिला हुआ है जो उनको संरक्षण दे रहा है ।