बदायूँ। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले बिसौली तहसील बगरैन ग्राम 96 बीघा निजी तालाब 1588 गाटा संख्या भू माफिया से कब्जा मुक्त कराने के लिए पांचवें दिन भी मालवीय आवास गृह पर धरने पर डटे रहे। उल्लेखनीय रहे आज शासकीय तालाब 154 बीघा जो निजी तालाब से मिला हुआ है। उसका भी पट्टा नियम विरुद्ध हुआ है राजस्व संहिता की धज्जियां उड़ा कर हुआ है। क्योंकि 2 हेक्टेयर से ज्यादा चिटफंड समिति पर पट्टा नहीं हो सकता। इसके लिए सहकारी समिति उत्तर प्रदेश लिमिटेड लखनऊ से पंजीकृत होना अनिवार्य है।परंतु उत्तर प्रदेश सूबे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी के फरमान की धज्जियां उड़ाते हुए जिला प्रशासन गलत पट्टे का निरस्तीकरण करने के लिए इधर-उधर पत्रावली यों को ट्रांसफर करके न्याय को लटकाया जा रहा है।आज भारतीय किसान यूनियन ने नोटिस दिया था 29 तारीख जिलाधिकारी न्यायालय में नियति शांतिपूर्वक तरीके से निजी तालाब स्वामी व भारतीय किसान यूनियन के दर्जनों की संख्या में पदाधिकारी जिला अधिकारी न्यायालय के आगे मौन धारण करके कर धरना देते परंतु आज एक दिवसीय वकीलों द्वारा हड़ताल के कारण सुनवाई नहीं हो सकी अब 3 अप्रैल के लिए सुनवाई नियत की गई है। योगी महाराज जी का 154 बीघा नियम विरुद्ध भू माफिया कब्जा करके मत्स्य पालन खुलेआम कर रहे हैं। और उससे लगे हुए 96 बीघा निजी तालाब पर भी मत्स्य पालन तहसील बिसौली के सहयोग से हो रहा है। विगत डेढ़ साल से भारतीय किसान यूनियन सैकड़ों संख्या में शिकायती पत्र वह सबूत के दे चुके हैं। परंतु प्रशासन इन सबूतों पर कोई अमलीजामा नहीं पहना रहा है। गरीब किसान अपने हक के लिए सालों लड़ रहा है।वही मुख्यमंत्री का फरमान है। भूमाफिया रहने नहीं दिए जाएंगे तहसील प्रशासन खुलेआम सरकारी तालाब का भी दुरुपयोग करा कर उसमें मत्स्य पालन भू माफियाओं को सरकारी तालाब 154 बीघा गरीब किसानों का 96 बीघा पर खुलेआम मत्स्य पालन हो रहा है। आज शाम जिला अधिकारी ने जब संज्ञान लिया तो अधिकारियों के लिए समस्या के समाधान के लिए लगा दिया गया है। बग्रेन तालाब की समस्या अविलंब दूर करने के लिए प्रशासन हरकत में हैं।भारतीय किसान यूनियन वयोवृद्ध मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा शाम के लिए वार्ता होनी है।प्रशासन के साथ परंतु हमारी एक ही शर्त है अब हमारा धरना तभी खत्म होगा जब पैमाइश टीम हमारे तालाब के शासकीय तालाब से अलग करके परसीमन हदबंदी करने के बाद ही हम धरने से हटेंगे यहीं से हमारा एक प्रतिनिधिमंडल गोरखपुर जनता दरबार मुख्यमंत्री के यहां रवाना होगा खाली हाथ घर वापसी नहीं करेंगे। अब घर वापसी तभी होगी जब तालाब का परिसीमन हदबंदी और 96 बीघा तालाब 36 किसानों के हवाले कर दिया जाएगा।इस अवसर पर जिले के प्रभारी झाझन सिंह ने कहा है। माफिया हमारे कार्यकर्ताओं पर भी धमकी दे रहे हैं। और उनके द्वारा कई तालाब स्वामियों पर भी हमला कर दिया गया था। परंतु प्रशासन ने भू माफियाओं के प्रति कोई भी कार्रवाई नहीं की है। हमारी रणनीति तय हो रही है आज वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की एक बैठक गोपनीय तरीके से अज्ञात स्थान पर की गई जिसमें में लिया गया है। अब धरना तब तक समाप्त नहीं किया जाएगा जब तक पैमाइश नहीं हो जाती बगैर पैमाइशके घर वापसी नहीं होगी चाहे जो भी समय लगे प्रशासन हमारा तालाब 96 बीघा हमारे हवाले करें इस अवसर पर मंडल के प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा भारतीय किसान यूनियन के बड़े नेताओं द्वारा निर्णय लिया गया है।की आश्वासन काफी और कई बार हो गए हमने हमेशा जिला प्रशासन का सम्मान किया है। परंतु 1 साल से निरंतर हमारे साथ धोखा हुआ है। अब यह निर्णय लिया गया है। जब तक शासकीय तालाब से निजी तालाब के लिए अलग नहीं किया जाता। गरीब किसानों के हवाले नहीं किया जाता तब तक बदायूँ से धरना खत्म नहीं होगा चाहे भले ही जेल भरो शुरू करना पड़े या फिर बड़ी पंचायत के लिए भी निर्णय लिया गया है। महापंचायत बुलाकर बदायूं में ही बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा अब खाली हाथ किसान नहीं लौटेगा बगरैन युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अमरपाल सिंह यादव ने कहा यह लड़ाई भारतीय किसान यूनियन ने लड़ी है।सिद्धांत एक लड़ाई है। ईमानदारी के साथ हमारे साथ न्याय होना चाहिए आखिर प्रशासन ने 154 बीघा गलत पट्टा शासकीय तालाब का किया और मत्स्य पालन ढाई सौ बीघा में किस तरीके से हो रहा है। आखिर यह सुनाई या दिखाई जिले के आला अधिकारी को नहीं दिया जबकि लिखित तौर पर दिया गया है। ढाई सौ बीघा तालाब पर अवैध रूप से मत्स्य पालन किया जा रहा है। इसके लिए श्रीमान जिलाधिकारी के लिए कई लेटर दिए गए जब तक आपके न्यायालय में यह केस चलना है। मत्स्य पालन शासकीय तालाब का रोका जाए व निजी उच्च उड़ तालाब के लिए पैमाइश करा कर गरीब किसानों के 96 बीघा को हवाले किया जाए अब यह धरना आर पार के साथ पूरी तरह किसान यूनियन इसमें अब शिरकत कर रही है के लोग बग्रेन तालाब को मुक्त कराने के लिए भू माफियाओं के खिलाफ जंग लड़ेंगे यह लड़ाई हाईकमान तक पहुंचा दी गई है।इस अवसर पर तालाब स्वामी मुन्नेलाल कश्यप कमल कश्यप तिलक चंदन कश्यप रामबाबू कश्यप धर्मवीर कश्यप रामकुमार कश्यप राजाराम कश्यप ओमकार कश्यप भारतीय किसान यूनियन के पप्पू सैफी आरिफ गाजी कल्लन मियां वीरेंद्र पाली हरचरण लाल वर्मा भीमसेन वर्मा शीशपाल सिंह शंकरलाल पूरन लाल गुप्ता शिवदयाल सागर चौधरी सूरज पाल सिंह उदय पाल सिंह यादव दिनेश यादव श्रीपाल यादव महिपाल सिंह यादव समेत दर्जनों पदाधिकारी आज धरने पर बैठे रहे कई जगह धरने को लेकर भारतीय किसान यूनियन की पंचायत जारी रही भारतीय किसान यूनियन अब पूरे मन के साथ इस धरने को सफल करने के लिए कमर कस कर जुट गई है।आज शाम तक पंचायतों का दौर जारी रहा है।