बदायूँ।भारतीय किसान यूनियन के सहयोग से 36 गरीब किसान तहसील बिसौली के बगरैन गाँव के 96 बीघा निजी तालाब प्रभु माफियाओं के खिलाफ मालवीय आवास पर चौथे दिन भी धरना जारी रहा।
जिलाधिकारी न्यायालय में 29 मार्च को नियत तारीख है।शासकीय पट्टा निरस्त होने के लिए विगत एक वर्ष से न्याय के लिए तड़प रहा है। खुद शासकीय तालाब जिलाधिकारी न्यायालय में भूमाफियाओं से मुक्त नहीं हो पा रहा है। तो फिर 96 बीघा निजी तालाब 36 किसानों का मुक्त कैसे होगा इसके लिए न्यायालय में जिलाधिकारी के सामने भाकियू के व तालाब स्वामी अपना 96 बीघा ताला मुक्त कराना वह शासकीय तालाब को भी निरस्त कराने के लिए धरना देंगे मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा भूमाफियाओं की सांठगांठ से तहसील प्रशासन बिसौली द्वारा लाखों रुपए की उगाई की जा रही है। बिसौली एसडीएम ज्योति शर्मा द्वारा 96 बीघा तालाब 36 गरीब किसानों के जबरन मत्स्य पालन कराया जा रहा है गरीब किसानों द्वारा 25 मार्च से मालवीय आवास पर धरना लगाए बैठे हैं। परंतु जिला प्रशासन भी इन गरीबों की कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। विगत एक वर्ष से जिला प्रशासन द्वारा झूठा आश्वासन देकर इन्हें एक दर्जन से ज्यादा बार धोखा दे चुका है। इसलिए अब जिला प्रशासन से भी भरोसा खत्म हो गया है।धरना और पार के साथ चलेगा इस अवसर पर बरेली मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा हमने राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए जानकारी दे दी है। शीघ्र ही बदायूं में राष्ट्रीय नेताओं का कार्यक्रम लगेगा किसान बुरी तरह त्रस्त है। इस अवसर पर जिले के प्रमुख महासचिव नरेंद्र कुमार सक्सेना ने कहा तालाब की लड़ाई पर जिला प्रशासन से धोखा खा चुके हैं। अब यह धरना आर पार के साथ होगा जब तक किसानों के 96 बीघा तालाब का परिसीमन नहीं हो जाता मेड़बंदी नहीं हो जाती खाली हाथ लौट कर नहीं जाएंगे।प्रशासन चाहे तो हम तालाब वालों को जेल भेजने का काम करें इस अवसर पर युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अमरपाल सिंह यादव ने कहा हम लड़ाई सच्चाई की लड़ रहे हैं। जिला प्रशासन इम्तिहान ना ले सब्र की सीमा टूट चुकी है।जिला प्रशासन भ्रष्टाचार में बिसौली तहसील एसडीएम द्वारा भू माफियाओं को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। अब यह लड़ाई मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक पहुंचेगी आज धरने पर शंकर लाल राजपूत रामस्वरूप सागर महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष नसरीन बेगम तेजपाल सिंह वीरेंद्र पाली भीमसेन राम खिलौना पटेल हरचरण लाल वर्मा मुन्ना लाल कश्यप चेतराम शिवदयाल सागर समेत दर्जनों नेता मौजूद रहे।