उत्तर प्रदेश में जनहित की पत्रकारिता करनें बाले पत्रकारों और उनके परिवारों को एक के बाद एक तमाम तरह से प्रताड़ित किया रहा हैं, मारपीट, हमले, हत्या और फर्जी झूठे मुकदमों से पत्रकार और उनके परिवारों का जीना दुश्वार कर दिया हैं । बेइंतहा होते शाररिक, मानसिक एवं आर्थिक उत्पीड़न अत्याचार से पत्रकारों एवं उनके परिवारों में डर दहशत एवं भय का माहौल है । लगातार होते पत्रकारों एवं उनके परिवारों के साथ दुर्व्यवहार के कारण स्वतंत्र पत्रकारिता में बड़ा व्यवधान पड़ रहा है, जो आजाद भारत में लोकतंत्र के लिये अत्यंत निंदनीय विषय है, जिस पर बिना समय गवाए अभिलम्ब सकारात्मक निर्णय लेना अति आवश्यक है । यही नही वर्तमान बिगड़ते हालातों को गम्भीरता से लेकर ज्ञापन में मांगे है कि उत्तर प्रदेश में भी छत्तीसगढ़ की भाँति पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाना अति जरूरी है ।
इस मौके पर तुर्रम सिंह पत्रकार, समीम खान पत्रकार, शिव मोहन पत्रकार, रवेन्द्र पाल सिंह जादौन पत्रकार, रमेश जादौन पत्रकार, सुरजीत शर्मा पत्रकार, बारिश अली पत्रकार, राघवेन्द्र अगरिया पत्रकार, पवन कुमार वार्ष्णेय पत्रकार, योगेन्द्र प्रताप सिंह पत्रकार, वीर बहादुर पत्रकार, आदित्य कुमार पत्रकार, इदरीस पत्रकार, अंकुल पत्रकार, अविसंध शर्मा पत्रकार सहित तमाम पत्रकारों की मौजूदगी रही।