बदायूँ।नलकूप खंड के कृषकों ने कई बार अधिकारियों से बात करने को कहा कि नलकूप विभाग में कोई अधिकारी हमारे समाधान को लेकर बात नही करना चाहता है। नलकूपों पर हो रहे विभिन्न प्रकार के अतिक्रमण से रूबरू होने के लिए भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन के मीडिया प्रभारी प्रमोद कुमार शर्मा नलकूपों पर भ्रमण किया।
उन्होंने कहा कि आज तो केवल नलकूप खंड प्रथम के केवल दो ब्लॉक का भ्रमण कर मौके पर कृत्य की स्थिति से रूबरू होकर कृषकों के दर्द को जाना।और नलकूपों पर भूमि का अतिक्रमण के नलकूपों पर राजकीय संपत्ति जो पुराने पुराने पेड़ों को पूर्व के कटे होने का प्रमाण भी देखा। नलकूपों की हकीकत जो सिंचाई की जाने वाली स्थिति को भी देखा।धरातल से पानी का लेबल काफी नीचे पहुंच जाने के कारण विभाग सामान की पूर्ति का अभाव जाना।विभिन्न नलकुपों को कृषकों के द्वारा पर्सनल मोटर खरीद कर उनकी दुरुस्ती भी कृषकों ने अपने स्तर से मरम्मत करना बताया।जब कि विभाग प्रति माह उन नलकूपों का मेंटीनेश वर्कआर्डर से किया जाना बताया। Ae,je और मिस्त्री की मिलीभगत की जानकारी सेवानिवृत कर्मचारियों ने विभाग में कुछ भी होने की जानकारी दी।
शनिवार को भ्रमण कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी पीके शर्मा ने जानकारी दी है कि नलकूप कैम्पस की सुरक्षा की दृष्टि से पश्चिम की दिशा पूर्व में लगी चार दीवारी गायब ईंटे पूरी की पूरी गायब कालोनी में बने नलकूप 83 BG के पूरब दिशा को छोड़ तीनों साइड में कूप के तीनों साइड में विभिन्न कलर और अलग अलग साइज की बजरी बिखरी मिली।


नलकूप 41BG ग्राम लखनपुर ब्लॉक जगत में ईंटों का बेचलेना पुराना प्रकरण का बताया जब की ये प्रकरण मीडिया में प्रसार किया जाना बताया।
अधिकारियों की मिलीभगत से सब हजम हुआ और प्रकरण समाप्त किया गया।
नलकूप 195 BG का कैम्पस अधिग्रहित कर विभाग के अधिकारियों द्वारा बिक्री होना बताया।
नलकूप 153 B G ग्राम शिकरापुर में 30 वर्ष पुराने 14 नग पेड़ काटे गए हैं जो प्रति पेड़ रु 14000 में E E A E, JE और जिलेदार सहित मिस्त्री आदि ने बेचना बताया आपस में बंदरबांट कर लेना बताया गया है।
नलकूप 142 B G गांव ललेई में E E और A E ने मिलकर अच्छी से रकम लेकर और शीर्ष अधिकारियों के बिना संस्तुति के पुराने कैम्पस में नवनिर्माण कर मूर्ति स्थापित करना बताया।
विभाग में बड़े अफसरों की मिलीजुली जुगत में अत्यंत धांधली चल रही है।E E,A E,J E तिरेल सरकार ,शासन और कृषकों की आंखों में धूलझोंक रहे हैं। क्यूं कि कमाई का रास्ता इन तीनों से होकर निकलता है।भ्रमण उपरांत समय 3pm पर नलकूप खंड प्रथम से नलकूप उपखंड के सहायक अभियंता अपने कार्यालय से नदारद बाबू भी नदारद मुंशी की पोस्ट जिलेदारी पर होती है मुंशी सुरेंद्र पाली उपखंड को डीलिंग अर्थात कार्यालय की देखरेख कर रहे उन्होंने भी कुछ नहीं उपखंड खाली होने पर सही सूचना नहीं मिली।उसके उपरांत नलकूप खंड पर अधिशासी अभियंता से मिलने पहुंचा तो अधिकारी के साथ कार्यालय खाली के बराबर मिला केवल तीन में दो बाबू और एक फोर्थ क्लास कर्मचारी मिला।कार्यालय मे रामराज्य का पूरा पूरा लाभ लिया जा था।
उक्त प्रकरण के साक्ष्य भी उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
इस संबध में एक्सईन सूर्य प्रकाश ने बताया कि ऐसा है तो जांच कराकर कार्रवाई करता हूं।