बदायूँ।कोरोना काल के दौरान आए अतिरिक्त मानदेय में आशाओं से बीसीपीएम द्वारा रिश्वत मांगने ऑडियो वायरल हुआ था। मामले में ऑडियो का संज्ञान लेतें हुए अधिकारियों ने बीसीपीएम पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। बीसीपीएम से उसका चार्ज लेकर उसके खिलाफ जांच के लिए दो डॉक्टरों की जांच टीम गठित कर दी गई है।
बिसौली सीएचसी की संगनियां व आशाओं ने शुक्रवार सीएमओ ऑफिस पहुंच कर बीसीपीएम मनीषा रस्तोगी के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर हाय हाय कर नारेबाजी की गई। आरोप है कि कोरोना काल में कार्य करने के एवज में सरकार द्वारा प्रत्येक आशा को छह हजार का अतिरिक्त मानदेय भेजा गया था। अपने मानदेय के भुगतान के लिए जब आशा बहू अस्पताल गई तो बीसीपीएम मनीषा रस्तोगी द्वारा आशाओं से मानदेय देने के एवज में रिश्वत की मांग करने लगी। जिस पर आशा बहुओं ने ऑडियो रिकडिंग कर लिया और उसको वायरल कर दिया। इस मामले में ऑडियो को संज्ञान में लेकर अधिकारियों ने बीसीपीएम के खिलाफ जांच शुरू कर दी है और जांच टीम गठित कर दी है। सीएमओ डॉ प्रदीप वार्ष्णेय का कहना है कि बीसीपीएम के पद से हटा दिया है तथा डॉ विपिन वर्मा, डॉ फिरासत हुसैन सहित दो डॉक्टरों की जांच टीम बनाकर बीसीपीएम के खिलाफ जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।जबकि जांच कमेटी ने आशाओं को बयान दर्ज कराने के लिए सीएमओ ऑफिस बुलाया था मगर बयान देने के बजाय वह डीएम ऑफिस चली गई फिर वापस नहीं लौटी।
हालांकि बिल्सी सीएचसी पर कुछ दिन पूर्व बीसीपीएम मनीषा रस्तोगी का अवैध उगाही का संगनियों व आशाओं ने डीएम से शिकायत की थी फिर वहां से इनकों हटाया गया था।जनपद के स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों को भी जनपद के सभी सीएचसी व पीएचसी पर देना होगा ध्यान, सूत्रों कि मानें तो ये खेल जिले में स्वास्थ्य विभाग में कई पीएचसी व सीएचसी पर चल रहा है।आये दिन स्वास्थ्य विभाग के किसी न किसी बिंदुओं पर रहती है चर्चा।अब देखना ये है कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उक्त प्रकरण में जांचोपरांत आरोपित कर्मचारी के ऊपर क्या कार्रवाई करते हैं।