बदायूँ।आज कार्यक्रम में सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता ने जिलाधिकारी मनोज कुमार, पूर्व एमएलसी जीतेन्द्र यादव व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रदीप वार्ष्णेय के साथ जनपद के 50 क्षयरोगियों को एक किलोग्राम मूंगफली, एक किलोग्राम भुना चना, एक किलोग्राम गुड़, एक किलोग्राम सत्तू, एक किलोग्राम तिल/गजक तथा एक किलोग्राम अन्य न्यूट्रिशिनल सप्लीमेंट(यथा हार्लिक्स, बार्नवीटा, कॉम्प्लान आदि) की पोषण पोटली वितरित की।सदर विधायक ने कहा कि क्षयरोगियों को आत्मविश्वास रखना चाहिए। टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। लेकिन दवाई समय और तरीके से ले तो बीमारी जड़ से समाप्त हो जाएगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि टीवी रोगों और रोगियों से छुआछूत न रखें, क्योंकि यह बीमारी दवाई से ज्यादा आपसी प्रेम से जल्द ही ठीक होती है। समय पर दवाई का उपयोग करें और भरपूर डाइट लें। फिर जल्द ही जनपद टीबी से मुक्त हो जाएगा।
पूर्व एमएलसी जीतेन्द्र यादव ने कहा कि क्षयरोगियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ें। नियमित रूप से दवा का सेवन करें, इससे अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि क्षयरोगियों की मदद अवश्य करें।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में 5991 टीबी के मरीज हैं, मरीजों को टीबी से मुक्त कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित रूप से उपचार किया जा रहा है। ’निक्षय पोषण योजना’ के तहत टीबी के मरीजों को उसकी आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किए बिना प्रतिमाह 500 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। टीबी के मुख्य लक्षण जैसे दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, 2 सप्ताह से ज्यादा बुखार, वजन का कम होना, रात्रि में पसीना आना व बलगम में खून आना एवं एक महीने ज्यादा सीने में दर्द है। माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरक्युलोसिस रोग पैदा करने वाला एक जिवाणु है। इससे टीबी यानी क्षय रोग होता है। जिस भी व्यक्ति को टीबी की बीमारी हो वह व्यक्ति उपचार समाप्त होने तक नियमित रूप से मास्क का प्रयोग करें एवं खांसते समय अनिवार्य रूप से मुंह पर रूमाल जरूर रखें।