सम्भल।गुरुवार को गुरु नानक दरबार साहेब में शहीद भगत सिंह स्मारक समिति द्वारा भगत सिंह, राजगुरु, व सुखदेव के बाइस वे बलिदान दिवस के कार्यक्रम हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार कुलवीर सिंह व संचालन अमर रस्तोगी ने किया। कार्यक्रम में सर्व प्रथम शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर समिति सयोजक अमर रस्तोगी ने कहा कि भगत सिंह मे गज़ब की क्षमता थी।वह अत्यंत साहसी व परिपष्क विचारों वाले नोजवान थे। उन्होंने अपने विचारों से देश की अधिकांश जनता को आज़ादी के लिए अंग्रेजो के विरुद्ध खड़ा किया । उनका साहस इससे पता चलता है की उन्होंने मात्र तेईस साल की उम्र में असेम्बली में अपने साथी बटुकेश्वर दन्त के बम विस्फोट को जाते हुए महान क्रांतिकारी चंदशेखर आज़ाद से कहा था कि। अंग्रेज मुझे मार सकते है मेरे विचारों को नही मेरे मरने से हज़ारों भगत सिंह पैदा होंगे। इसी प्रकार अपनी फाँसी की सज़ा पर कहा था कि में हँसते हँसते फांसी चढ जाऊंगा जिससे दुनिया के लोग जान सके कि भारतीय कितने वीर होते है और देश के खातिर अपनी मौत से भी नही घबराते ।
हम सबको भी उन से प्रेरणा लेते हुए देश हित के लिए सदा कार्य करते रहना चाहिए । इस मौके पर अमर रस्तोगी, सरदार कुलबीर सिंह, भोले सिंह त्यागी, कपिल वर्मा एडवोकेट, कौशल राज अरोरा, डॉक्टर वी पी सिंह, प्रेम रस्तोगी, संतलाल गंभीर, नवजोत ज्ञानी, गुरजीत सिंह, हरदीप सिंह, कशिश कौशल एड, महिपाल सिंह, रोहित त्यागी, हरिचंद्र त्यागी, कुलदीप गुप्ता, रमेश चंद्र वर्मा, मनी अरोड़ा, शिव शंकर शर्मा, प्रदीप कुमार अग्रवाल, आदि सभा में मौजूद रहे।
सम्भल से खलील मलिक