सम्भल।सम्भल में गुरुवार एक पत्रकारों ने महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन मे कहा गया की जनपद सम्भल की तहसील चन्दौसी के गांव बुद्धनगर खंडवा में गत 11 मार्च को एक कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमति गुलाब देवी से विकास को लेकर जनता से किये गये वायदों पर यूटयूब न्यूज चैनल के पत्रकार संजय राणा द्वारा सवाल उठाये जाने के बाद नौकरशाहों के इशारे पर सत्ताधारी दल के एक पदाधिकारी से तहरीर दिलवाकर पत्रकार के विरुद्ध जो पुलिसिया कार्यवाही की गई है।

वह ना केवल घोर निन्दनीय है। बल्कि चन्दौसी पुलिस का एक सामान्य नागरिक को हथकडी लगाना सार्वजनिक रूप से अपमानित किये जाने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न आदेशों की मूल भावना के विपरीत एवं मानवीय अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है। सरकारी काम-काज की पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाना एक आम नागरिक का मौलिक व लोकतान्त्रिक अधिकार है। परन्तु राज्यमंत्री को असहमति की आवाज स्वीकार नहीं है। जो चिन्ताजनक है। अपेक्षा की जाती है कि मामले की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुए अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जायेगें। संयुक्त पत्रकार मोर्चा मांग करता है कि उक्त प्रकरण में नोटिस जारी कर राज्यमंत्री से स्पष्टीकरण तलब किये जाने के साथ ही रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश पारित करने का कष्ट करें। ताकि पीडित को न्याय मिल सके।

इस मौक़े पर वरिष्ठ पत्रकार साद उस्मानी, भीष्म सिंह देवल, खलील मलिक,सचिन चौधरी, मुज़म्मिल दानिश, कुश आर्य, फरज़न्द अली वारसी, सलीम अंसारी, शनि सिंह, शाहवेज़ खान, जुनैद असलम, शीराज़ अहमद चिश्ती, मोहम्मद अब्बास, मुज़फ्फर हुसैन, सय्यद दानिश हुसैन, मोहम्मद कासिम, अज़ीम अब्बासी, भूपेंद्र सिंह, मुकेश कुमार, शिराज अहमद चिश्ती, मुनेश पाल सिंह, गौरव कुमार, महबूब हुसैन आदि शामिल रहे।

बाइट भीषम देवल प्रभारी सम्भल

सम्भल से खलील मलिक