भारत जहाँ सब मिलझुल कर रहते हैं अचानक हिन्दू राष्ट्र क्यों बने….?
सम्भल।आये दिन कुछ संगठन ये मांग करते रहते हैं।की भारत को अखंड भारत बनाया जाये और हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाये इस पर कई वर्षों से बहस जारी है। हाल ही में मौलाना तौक़ीर रज़ा साहिब ने भी इस मामले में अपनी राय रखी जिस पर खूब हंगामा हो गया। लेकिन क्या तौक़ीर रज़ा साहब का बयान देश के ख़िलाफ़ था। नहीं बल्कि उन्होंने आइना दिखाते हुए कहा की अगर भारत में रहने वाली हर कम्युनिटी अपना अलग मुल्क मांग ले तो क्या होगा इस मसले पर सांसद डॉ शफ़ीक़ुर्रहमान बर्क़ साहब ने भी साफ़ साफ़ कह दिया की ये मुल्क हिन्दोस्तान सारे हिन्दोस्तानियों का है न ये कल हिन्दू राष्ट्र था न कभी होगा इस पर सियासी गलियों में आग लग गयी इस बयान को लेकर लोग अपने अपने तौर से बातें करने लगे लेकिन क्या सच में इस पर न्यायपालिका और सरकार को कंट्रोल नहीं करना चाहिए। आपसी भाईचारा आपसी मेल मुरव्वत ख़त्म करने वालों पर शिकंजा नहीं कसना चाहिए। बिलकुल कारवाई होनी चाहिए। और हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वालों को चाहिए की जंग ए आज़ादी में शहीद हुए लोगों की इज़्ज़त का ख़याल रखें उन्होंने एक साथ क़दम बढ़ाये तब जाकर इस देश को आज़ादी मिली
हिन्दोस्तान जैसी एकता शायद कहीं और देखने को मिले यहाँ अज़ान और आरती को पवित्र कानों से सुना जाता है यहाँ गुरुवाणी का दिल से सम्मान होता है।गिरजा घरों से आती हुई सदायें इस देश का गौरव बढ़ा देती हैं।
होली की गुजिया ईद की सेवइयां दोनों ही खाने में मीठी होती हैं। तो ये कड़वाहट कहा से आ रही है।
कहीं हम अपनी नस्लों को बरबाद न कर दें सोचिये और आवाज़ उठाइये….
रिपोर्ट= निज़ाम नौशाही सम्भली
सम्भल से खलील मलिक