राष्ट्र रक्षा मंच द्वारा नेजा मेले को बंद करने के संबंध में एएसपी को दिए गए ज्ञापन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह लोग ज्ञापन देकर शांति व्यवस्था खराब करने की कोशिश कर रहे हैं साथ ही कहा कि होली दिवाली पर भी मेले लगते हैं अगर यह सब परंपराएं खत्म हो जाएंगी तो इन्हें याद कौन करेगा। यह मंच अपने आप को खड़ा रखने के लिए ऐसे काम कर रहा है
सम्भल। सम्भल मे एएसपी कार्यालय पहुंचकर राष्ट्र रक्षा मंच के कार्यकर्ताओं ने एएसपी श्रीशचंद्र को ज्ञापन देकर सम्भल में लगने वाले मेले मेले को बंद करने की मांग की थी।
इसी को लेकर धार्मिक नगर नेजा कमेटी के अध्यक्ष शाहिद मसूरी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मेला 1003 साल पुराना है सय्यद सालार मसूद गाजी रहमतुल्लाह अलैह में इतनी आस्था है कि यह मेला बंद नहीं हो सकता है यह लोग शांति व्यवस्था खराब करने की कोशिश कर रहे हैं नेजा मेला गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है इसमें हिंदू मुस्लिम सब शामिल होते हैं। वही शहर नेजा तहफ़्फ़ुज़ कमेटी के सचिव तसदीक़ इलाही ने कहा
कि यह सियासी मंच है जो अपने आप को खड़ा रखने के लिए इस तरह के कार्य कर रहा है यह कौमी एकता का प्रतीक मालूम नहीं होता है। नेजा मेला सदियों से चला आ रहा है ये सम्भल, मेरठ, पूरनपुर में भी नेजा मेला लगता है ये कौमी एकता का प्रतीक है। होली दिवाली से जुड़े हुए मेले भी है अगर यह परंपराएं खत्म हो जाएगी तो इन्हें याद कौन करेगा।
बाईट – शाहिद मसूदी, अध्यक्ष धार्मिक नगर नेजा कमेटी
बाईट – तसदीक़ इलाही, सचिव शहर नेजा तहफ्फुज कमेटी
सम्भल से खलील मलिक