सहसवान। नगर एंव देहात क्षेत्रों में हरे पेड़ो का कटान रूकने का नाम नही ले रहा है। जहां एक और प्रशासन हरे पेड़ो के कटान को रोकने के लिए वचनवद्ध है। तो वही एक और लकडी माफिया हरे पेड़ो का कटान कराकर प्रशासन को खुली चुनौती दे रहा है। निरंतर हो रहे हरे पेड़ो के कटान को लेकर आखिर प्रशासन इन लकडी माफियों पर कार्यवाई क्यूं नही कर रहा है। जिसके चलते लकडी माफियाओं के हौंसले बुलंद होते जा रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लकडी माफिया नगर एंव देहात क्षेत्रों में रात्रि के समय हरे पेड़ो का कटान बडे पैमाने पर माफियाओं द्धारा किया जा रहा है। जो एक चिंता का विषय है। मजे की बात तो यह है। कि लकडी माफिया हरे पेड़ो का कटाव करावकर बडे पैमाने पर जिले की सीमा के बहार भेजकर बडे पैमाने पर मुनाफा कमा रहे। जो एक अबैध है। आखिर प्रशासनिक आधिकारियों की इन लकडी माफियाओं की क्या सांठ-गांठ है। जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारी इनके विरूद्ध कार्यवाई करने से बचते नजर आते है। या फिर इन लकडी माफियाओं को प्रशासनिक अधिकारी की शरण मिली हुई है। जो एक लम्बे समय से हरे पेड़ो का कटान कर रहे। लकडी माफिया नगर की सीमा व देहात क्षेत्रों में हरे पेड़ो की बडे पैमाने पर कटाई करवा रहे है। जैसे उन्हे प्रशानिक अधिकारियों की शरण मिली हो। अगर इसी तरह माफियाओं द्धारा हरे पेडों की हो रही अबैध कटाई को नही रोका गया तो ये जन-मानस के लिए दूषित साबित होगा। इस बाबत जब वन विभाग के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया तो उनके मोबाइल से सम्पर्क नही हो सका। अब देखना है। कि प्रशासनिक आधिकारी इस और कितना ध्यान देते है। ये तो आने बाला समय ही बताएगा।