बदायूं। इस दिवस के अवसर पर समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष मोहम्मद शोएब द्वारा इस दिवस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सब लोग गरिमा और अधिकार के मामले में स्वतंत्र और बराबर हैं यानि सभी मनुष्यों को गौरव और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतंत्रता और समानता प्राप्त है। उन्हें बुद्धि और अंतरात्मा की देन प्राप्त है और परस्पर उन्हें भाईचारे के भाव से बर्ताव करना चाहिए,प्रत्येक व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव के सभी प्रकार के अधिकार और स्वतंत्रता दी गई है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबंधक श्री अजमल खान साहब ने विश्व मानव अधिकार दिवस पर चर्चा करते हुए कहा कि नस्ल, रंग, लिंग, भाषा, धर्म, राजनीतिक या अन्य विचार, राष्ट्रीयता या समाजिक उत्पत्ति, संपत्ति, जन्म आदि जैसी बातों पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता चाहे कोई देश या प्रदेश स्वतंत्र हो, संरक्षित हो, या स्वशासन रहित हो, या परिमित प्रभुसत्ता वाला हो, उस देश या प्रदेश की राजनैतिक क्षेत्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्थिति के आधार पर वहां के निवासियों के प्रति कोई फर्क नहीं रखा जाएगा, महाविद्यालय कि प्राचार्या रोशन परवीन द्वारा विश्व मानव अधिकार दिवस के उद्देश्य पर प्रकाश डाला,इस अवसर पर समाज कार्य विभाग के छात्रा शाहिना परवीन ने अपने विचार व्यक्त किए एवं विभाग के ही छात्र वारिस पठान व अनस खान ने अपने विचार व्यक्त किए एवं विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा चार्ट व स्लोगन प्रतियोगिता के माध्यम से इस अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर में प्रतिभाग किया गया।