बदायूं। दातागंज तहसील क्षेत्र के गांव गढ़िया हरदोपट्टी में लेखपाल की मिलीभगत से अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवा लिया है जबकि परिवार के और सदस्यों के पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र बने हुए हैं। तहसील प्रशासन की लापरवाही से से बने एक ही परिवार में दो जातियों के प्रमाण पत्र इसको हथियार बनाकर गांव वालों पर एससी-एसटी एक्ट के मुकदमा लिखवाये जा रहे हैं। गांव वालों ने प्रताड़ित होकर फर्जी प्रमाणपत्र निरस्त कराने की डीएम से मांग की है।थाना उसहैत क्षेत्र के गांव हरदोपट्टी निवासी गोविंद कुमार के साथ अन्य गांव वालों ने मिलकर डीएम को फर्जी प्रमाण पत्र निरस्त कराने के लिए ज्ञापन दिया है। अशोक पुत्र हरपाल गांव हरदोपट्टी ने लेखपाल की मिलीभगत से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया है जिसको डीएम से निरस्त कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह चक जाति के है जो पिछड़ी जाति के तहत आते हैं। आरोप है कि अशोक पुत्र हरपाल ने खटीक जाति का प्रमाण पत्र बनवा कर हम लोगों पर एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा पंजीकृत कराया है जिसकी जांच सीओ उझानी कर रहे हैं। एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने के लिए के लिए गांव के ही अशोक पुत्र हरपाल ने कूटरचित जाति प्रमाण पत्र बनवा लिया हैं। जिससे एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लोगों को जेल भेजा जाए और समाज कल्याण विभाग से लाभ लिया जाए। इस इसके बाद गांव के अन्य व्यक्तियों ने आवाज उठाई और तहसील स्तरीय अधिकारियों से मामले की जांच व कार्रवाई करने की मांग की हैं।