सहसवान। सभासदों ने डीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि जब से वर्तमान ईओ ने नगर पालिका का चार्ज संभाला है। सभासदों और कर्मचारियों का उत्पीड़न शुरू हो गया है। आरोप है कि वह कर्मचारियों को सभासदों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। रुचि न लेने के कारण नगर में विकास कार्यों पर विराम लगा हुआ है। आम जनता और सभासदों को छोटे-छोटे काम के लिए कई कई बार नगरपालिका के चक्कर लगाने पड़ते हैं। शासनादेश के विरुद्ध कर्मचारियों से कार्य कराए जाता है। नगर में जगह-जगह नालियां और पुलिया टूटी हुई पड़ी है। उन्हें सही नहीं कराया जा रहा है। बोर्ड फंड में घपला कराए जाने का भी आरोप है। लिखित शिकायतों का निस्तारण नहीं कराया जाता है और उन्हें रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है। सभासदों ने डीएम समेत तमाम उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई कराए जाने की मांग की है। पत्र पर अब्दुल मन्नान उर्फ शाकिर अंसारी, कमली माहेश्वरी, राजवती देवी, मैजुर्रहमान, जुल्फिकार हुसैन, सुदीप सक्सेना, अनीस नकवी, नगीना, कमर जहां, सरबती, मोहम्मद अकील, महावीर आदि के हस्ताक्षर हैं। इस बाबत अधिशासी अधिकारी डॉ राजेश कुमार का कहना था कि प्राप्त बजट से नगर में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं। अभद्रता का आरोप निराधार है।