गुरु व्यक्ति नहीं, संस्कार, सद्ज्ञान और संमार्ग दिखाने वाली महाशक्ति : भवेश
गायत्री शक्तिपीठ पर हुआ पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ।
दीक्षा संस्कार के साथ हुए विभिन्न संस्कार, विशाला भंडारा।
बदायूँ। गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया। युग ऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित राम शर्मा आचार्य के पूजन के साथ पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ। दीक्षा संस्कार और विशाल भंडारा भी हुआ।
वेदाचार्य भवेश कुमार शर्मा ने कहा कि गुरु व्यक्ति नहीं, शक्ति हैं। संस्कार, सद्ज्ञान देने के साथ संमार्ग दिखाते हैं। जीवन सुमंगलमय हो जाता है।
गायत्री शक्तिपीठ के परिब्राजक सचिन देव और पंकुज कुमार ने वेदमंत्रोच्चारण कर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ संपन्न कराया। आत्मीय परिजनों ने सूक्ष्म जगत के परिशोधन और विश्व कल्याणार्थ यज्ञ भगवान को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां समर्पित कीं। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि शक्तिपीठ पर 101 आत्मीय परिजनों ने गुरु दीक्षा ली। पुंसवन, विद्यारंभ के अलावा यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न हुए।
संरक्षक सुरेंद्र नाथ शर्मा ने शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में जिले भर में चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों से अवगत कराया।
संचालन नरेंद्र पाल शर्मा ने किया। इस मौके पर नत्थूलाल शर्मा, सुखपाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, वीरेंद्र रस्तोगी, संजीव कुमार, किताब सिंह, वैभव शर्मा, सीमा, पूनम, माया सक्सेना, ममता, सत्यवती, राजेश्वरी, पीसी शर्मा, कालीचरन पटेल, मनोज मिश्रा, नरेंद्र कुमार, साधना, सुजाता आदि मौजूद रहीं।
रिपोर्टर – निर्दोष शर्मा