डी .पी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सहसवान में मिशन शक्ति फेज 4 के तहत “रोल मॉडल के रूप में गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं की असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र सरला चक्रवर्ती “ने छात्राओं को किया संबोधित। अपने जीवन के सफर की चर्चा करते हुए कहा कि हमें हमेशा जीवन में कदम बढ़ाते रहना चाहिए मंजिल मिलती चली जायेगी।
28 मई को माहवारी दिवस की पूर्व संध्या पर “चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो “अभियान के तहत खुलकर बोलीं छात्राएं। प्राचार्या डॉ शुभ्रा माहेश्वरी के निर्देशन में गूगल मीट पर छात्राओं ने अपने विचार व समस्याएं साझा कीं।मासिक धर्म के दौरान होने वाली परेशानियां खुलकर बतायीं। एक छात्रा ने सबको सलाह दी कि हमें अपने साथ पैड, अखबार का टुकड़ा हमेशा रखना चाहिए क्या पता कब, कहां? इसकी आवश्यकता पड़ जाये और हमारे पास ये होने से हंसी का पात्र बनने से बच जायेंगे।
साथ ही रोल मॉडल रुप में गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं की समाजशास्त्र असिस्टेंट प्रोफेसर व आई कयू ए सी प्रभारी, पूर्व एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी, युवा संसद कार्डिनेटर जब जुड़ी तो बच्चों में उनसे शिक्षा ग्रहण करने व हर कार्य को ईमानदारी से करने की भावना जागृत हुई। सरला जी ने कहा हम अपने लक्ष्य पर निगाहें बना कर रखे कामयाबी कदम चूमेगी।
कार्यक्रम में छात्रा कु आरती, अर्शीन, शैलजा माहेश्वरी, कंचन, अर्शी, सोनम यादव, नीरज आदि ने अपनी अपनी बात कही। अंत में डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने सभी छात्रा व मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त किया।

रिपोर्टर – सौरभ गुप्ता