बरेली, 19 अप्रैल। मंडलायुक्त आर रमेश कुमार ने कहा कि अप्रेंटिसशिप मेले की प्रासंगिकता इस पर निर्भर करती है कि कितनी अधिक संख्या में उच्च श्रेणी के प्रतिष्ठान प्रतिभागियों को शासन की मंशा अनुरूप अवसर उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित मेले में लाभार्थियों/प्रतिभागियों को अधिक से अधिक संख्या में नियोजित कराना सुनिश्चित किया जाए।
मंडलायुक्त आज कमिश्नरी सभागार में प्रस्तावित अप्रेंटिसशिप मेले के सफल आयोजन के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मेले का आयोजन व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ.प्र. एवं सूक्ष्म लघु और मध्यम उ.प्र. के संयुक्त तत्वाधान में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सी.बी. गंज में दिनांक 21 अप्रैल को किया जाएगा। मंडलायुक्त श्री आर रमेश कुमार ने कहा कि अप्रेन्टिसशिप मेले में रजिस्ट्रेशन हेतु एक हेल्प डेस्क की स्थापना भी की जाए, जिससे कि रजिस्ट्रेशन के कार्य में कोई असुविधा न होने पाए। उन्होंने कहा कि अप्रेंटिसशिप मेले के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप लाभार्थियों के चयन की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए, केवल लक्ष्य की प्राप्ति ही ध्येय नहीं होना चाहिए।
बैठक में मंडलायुक्त ने संयुक्त उपायुक्त उद्योग से कहा कि अधिष्ठान/प्रतिष्ठानों आई.टी.आई. उत्तीर्ण प्रशिक्षार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर शिशिक्षु प्रशिक्षण प्रदान कराए जाने हेतु दिनांक 21 अप्रैल को होने वाले अप्रेंटिसशिप मेले में अधिक से अधिक स्टॉल लगाकर प्रशिक्षण प्रदान कराया जाए। प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान ने अवगत कराया कि नेशनल अप्रेंटिसशिप स्कीम में समस्त औद्योगिक इकाईयों/अधिष्ठान अधिक से अधिक संख्या में पोर्टल www.apprenticeshipindia.org पर पंजीकृत कराएं और 21 अप्रैल को प्रस्तावित अप्रेंटिस मेले में लगभग 2000 लाभार्थियों/प्रतिभागी को अधिक से अधिक संख्या में शिशिक्षुओं को नियोजित कराएं ताकि शासन की मंशा के अनुरूप लाभ प्रदान कराया जा सके।