बदायूं। योगी सरकार शपथ लेते ही एक्शन में आ गई है।ताजा फरमान मीट की दुकानों को लेकर जारी किया गया है। पूरे प्रदेश में 10 अप्रैल तक मीट की दुकान खोलने पर पूर्णरूप से प्रतिबंद रहेगा। यदि किसी भी दुकानदार ने आदेशों का उलंघन किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मीट की दुकाने बंद  करने के पीछे सरकार का उद्देश्य नवरात्रि शुरू होना है।यही नहीं हर थानाध्यक्ष को सुनिश्चित करना है कि उसके क्षेत्र में कोई मीट की दुकान 9 दिन तक न खुलने पाए।अन्यथा थानाध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी, ध्यान रहे।
कि शनिवार से नवरात्र शुरू हो गए हैं इन 9 दिन हिंदू धर्म के अनुसार मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना की जाएगी। उसके बाद कन्या पूजन कर नवरात्र के आयोजन का समापन होगा। इन दिनों अधिकतर लोग 9 दिन तक व्रत रखकर मां भगवती की आराधना करते हैं।सनातन धर्म के मुताबिक इन दिनों केवल सात्विक भोजन ही किया जाता है। इसके अलावा व्रत रखने वाले लोग यदि नॉनवेज देख ले तो माना जाता है कि उनका व्रत भी भंग हो जाता है। इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश में मीट की दुकाने 9 दिनों तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। सभी दुकानों के लिए आदेश जारी है।
आपको बता दें कि खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक अलग से एस्कॉर्ट टीम का गठन किया है। यह टीम विभिन्न इलाकों में जाकर भ्रमण करेगी। जहां पर भी मीट की दुकान खुली हुई पाई गई और खासतौर से खुले में मीट बेचते हुए पकड़े गए तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। वैसे तो ये आदेश गाजियाबाद जिला प्रशासन की ओर से जारी है। लेकिन बताया जा रहा है कि उप्र के मुख्यमंत्री योगी ने सभी जिलाधिकारियों को वर्चुअली संबोधित कर ऐसा करने के लिए कहा है।ताकि कोई असमंजस की स्थिति न रहे।
योगी के आदेश अनुसार नवरात्र में नहीं बिकेगा मीट बंद रहेंगी दुकानें फिर भी  खुलेआम धड़ल्ले से बिक रहा है मीट एक तरफ सरकार का फरमान जारी हुआ है नवरात्रों में मीट की दुकान नहीं खुलेगी। वही जनपद में अधिकांश मीट की दुकानें खुली नजर आ रही हैं। आखिर क्यों नहीं हो रहा है योगी के आदेशों का पालन प्रशासनिक अधिकारियों ने फेर ली अपनी नजरें।
सहायक आयुक्त खाद्य ग्रेड 2 चंद्रशेखर मिश्रा ने बताया कि मीट की दुकानें बंद होने का हमारे पास ऐसा कोई शासनादेश नहीं है।

रिपोर्टर – भगवान दास