अपने ही अधिकारियों को गुमराह करने पर लगे हुए हैं कुछ कांस्टेबल।
उपनिरीक्षक जगबीर सिंह ने मामले का संज्ञान तो लिया लेकिन हल्का सिपाही रहा अपनी मनमानी पर नहीं गया घटनास्थल पर।
अनारकली पत्नी गोपाल निवासी ग्राम मिचौना की मड़ैया कोतवाली सहसवान ने 28-03-2022 को पानी के विवाद को लेकर कोतवाली पुलिस को दिया था प्रार्थना पत्र नहीं पहुंची पुलिस ।
हल्का सिपाही की भूमिका रही संदिग्ध फायर स्टेशन पर रोटी बनाने वाले के आगे झुका।
सहसवान। आखिर दबंग दूसरे पक्ष ने बीती शाम 30-06-2022 अनारकली पत्नी गोपाल के परिवार पर लोहे की रॉड चाकू आदि से हमला बोल दिया जिसमें 3 लोगों को गंभीर चोटे आई हैं जिनके सिरों का मांस गांव में ही पड़ा रह गया इतनी बेरहमी से मारा पीटा गया कि वह अपनी जान बचाने के लिए पूरे गांव में भागते भागते जान बचाने की गुहार लगाते रहे।
लेकिन उन्हें दबंग लोग जब तक मारते रहे जब तक वह जमीन पर नहीं गिर गए इसी दौरान कुछ लोगों ने चीख-पुकार करके दबंगों को वहां से भगाया बताया जा रहा है की आधा दर्जन लोगों ने इनके ऊपर घर में घुसकर हमला बोल दिया जान बचाने के लिए महिलाएं एवं बच्चे जान बचाने के लिए तड़पते रहे।
अब बात आती है कोतवाली पुलिस की कोतवाली पुलिस का एक सिपाही जरूर मचोना की मढैया गया था लेकिन उसने उल्टे ही अनारकली को डराया धमकाया कि तू सुधर जा, दबंग नरेश फायर स्टेशन में रोटी बनाने का काम करता है इसीलिए कोतवाली पुलिस मूकदर्शक बनी रही और दबंग्ग शिशुपाल, नरेश सहित आधा दर्जन लोगों ने अनारकली के घर में घुसकर अनारकली के सिर में गंभीर रोडो से हमला बोल दिया जिससे वही ही गिर पड़ी।
आरती पत्नी अशोक 24 वर्ष इसके सर में भी गंभीर चोटें पहुंचाई। 4 वर्षीय आकाश को भी नहीं छोड़ा उसके भी हाथ पैरों में चोटें पहुंचाई अशोक पुत्र गोपाल 25 वर्ष के भी चोटे आई है अब सवाल उठता है।
अगर यहां पर कोई बड़ी और घटना हो जाती तो हल्का सिपाही पल्ला झाड़ देते या इसकी भरपाई करते जो आज देखने को मिल रहा है लोगों ने आनन-फानन में घायलों को सहसवान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया यहां से गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया यहां पर घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है अब देखना है कोतवाली पुलिस इस मामले में क्या संज्ञान लेती है।
रिपोर्टर – सैयद तुफैल अहमद