बदायूं। संयोजक व प्रभारी निखिल गुप्ता और विशाल वैश्य ने कालेज की प्रधानाचार्या श्रीमती अनीता सिंह द्वारा छात्राओं और कॉलेज की शिक्षिकाओं को शपथ दिलाई।
प्रधानाचार्या श्रीमती अनीता सिंह ने कहा कि होली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है उसी के साथ इसमें सभी जाति व धर्म के लोग एक दूसरे को रंग लगाकर व गले मिलकर बधाई देते हैं उन्होंने छात्राओं को शपथ दिलाई कीहोली के त्योहार पर पर्यावरण को बचाएंगे। इसके लिए अपने आसपास रहने वाले लोगों को जागरुक भी करेंगे। रासायनिक रंगों का प्रयोग नहीं करेंगे। हर्बल रंग (प्राकृतिक रंगों) से ही होली खेलेंगे।


उन्होंने संस्था द्रारा चलाये जा रहे अभियान की प्रशंसा की। कार्यक्रम प्रभारी निखिल गुप्ता ने भी केमिकल युक्त रंगों से प्रयोग से होने वाली हानिकारक बीमारियों को बताते हुए कहा कि रासायनिक कलर त्वचा पर इस कदर लगते हैं कि इनको हटाने में बहुत पानी बर्बाद करना पड़ता है। केमिकल युक्त रंगों के तत्व लैड, मरकरी, आर्सेनिक, निकिल आदि सेहत के लिए बहुत हानिकारक हैं। कार्यक्रम संयोजक विशाल वैश्य ने कहा कि होली पर केमिकल युक्त रंगों के बहिष्कार के साथ-साथ चाइनीज पिचकारियों, केमिकल युक्त स्प्रे आदि रंगों का प्रयोग ना करके केवल हर्बल गुलाल का प्रयोग करें और यह शपथ लें हम खुद भी प्रयोग नहीं करेंगे और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करेंगे।
इसके अतिरिक्त कॉलेज की शिक्षिकाओं ने भी अपने विचार रखें और एक दूसरे के गले मिलकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी। संस्था के सचिव /प्रबन्धक पुनीत कुमार कश्यप एडवोकेट ने सभी का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि होली प्रेम व भाई चारे का प्रतीक है इसलिए इस पर्व को बड़ी उसाह के साथ मनाना चाहिए।
संस्था का उद्देश्य कैमिकल युक्त रंगो का बहिष्कार कर फूलों एव सुगन्धित गुलाल की होली हो। जिससे जन मानस की त्वचा व आखों को कोई नुकसान ना हो और चश्में को पहन कर होली खेले।
इस मौके पर कॉलेज की शिक्षिकायें श्रीमती अंजुम शहर, श्रीमती मणि पांडे, श्रीमती सुलेखा, श्रीमती ज्योति सागर, श्रीमती दीपिका, योगेन्द्र सागर सुनील कुमार, शिव कुमार यादव,समेत संस्था तथा विद्यालय की अन्य शिक्षिकाओं ने भाग लिया।