श्रेष्ठ संस्कारों की संजीवनी है हिन्दी :- संजीव


हिन्दी से दुनियां ने सीखा शिष्टाचार

उझानी। शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में चल रहे प्रखर बाल संस्कारशाला की ओर से विश्व हिन्दी दिवस पर श्री ओमप्रकाश शर्मा इंटर काॅलेज अब्दुल्लागंज में शिक्षकों और शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया।

स्काउट के पूर्व जिला ट्रेनिंग कश्मिनर एवं गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि हिन्दी भाषा श्रेष्ठ संस्कारों की संजीवनी है। मातृभाषा से राष्ट्रीय एकता की भावना पैदा होती है। हिन्दी संपूर्ण भारत की प्राण ऊर्जा है। भारत विश्वगुरू बनाने की श्रेष्ठ सामथ्र्य मातृभाषा में ही है। हिन्दी शिष्टाचार का संदेश देकर शहरों और ग्रामीण आंचलों में रहने वाले लोगों के रग-रग में वसी है।


शिक्षक अजब सिंह ने कहा कि राष्ट्र को समर्थ और सशक्त बनाने में हिन्दी भाषा का अतुलनीय योगदान है। शिक्षिका शालिनी शर्मा ने कहा कि अपनी मातृभाषा का प्रेम और सम्मान करें। प्रधानाचार्य आर पी सिंह ने सभी का आभार व्यक्ति किया।
समारोह में शिक्षका शालिनी शर्मा, सुमन लता, नीलोफर, शिक्षक मनोज कुमार, संदीप कुमार, मिथिलेश कुमारी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर विदुषी, भावना शर्मा, अश्मि, संजीव कश्यप, रेनू शर्मा, विपिन मिश्रा, दीपिका, नेमप्रकाश आदि मौजूद रहे।

रिपोटर – निर्दोष शर्मा