कर्ज लेकर दिए सात हजार नहीं कर रहा बापस

कुंवर गांव। मामला सलारपुर ब्लाक क्षेत्र के गांव भटौली का है जहां लेखपाल ने एक गरीब व्यक्ति से शादी अनुदान के लिए कागज व सात हजार रुपए ले लिए लेखपाल ने पांच माह बीत जाने के बाद भी न तो शादी अनुदान दिलाया और न ही पैसे बापस किए । सलारपुर ब्लाक क्षेत्र गांव भटौली निवासी रामेश्वर पुत्र ऐबरन नेमुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर गंभीर आरोप लगाए हैं जहां रामेश्वर का कहना है कि वह गरीब तबके का दलित व्यक्ति है जिसने अपनी बेटी की शादी कर्ज पर पैसे लेकर जुलाई माह में की थी। जिसके दो माह बाद हल्का लेखपाल रामवीर शर्मा गांव पहुंचे और रामेश्वर को बुलाकर कहा मैं तुम्हें शासन से साठ हजार रुपए शादी अनुदान के रुप में दिला दूंगा उसके खर्च के लिए तुम्हें बीस हजार रुपए हमें देने होंगे।

जब रामेश्वर ने रुपए देने पर असमर्थता जताई तो लेखपाल ने कहा तुम हमें बीस हजार के आधे रुपए अभी दे दो वाकी दस हजार शादी अनुदान मिलने के बाद दे देना ।जिसके बाद रामेश्वर ने किसी से ब्याज पर सात हजार रुपए लेकर और कागज लेखपाल को दे दिए ।जिसके बाद अब पांच माह बीत जाने के बाद न तो रामेश्वर को शादी अनुदान का लाभ मिला और न ही लेखपाल ने रुपए बापस किए । लेखपाल से कहने सुनने पर टाल मटोल करता रहा अब से लगभग बीस दिन पूर्व की घटना है हल्का लेखपाल जब गांव में पहुंचा तो रामेश्वर ने हांथ जोड़कर गिड़गिड़ाते हुए कहा बाबूजी हम पर ब्याज चल रहा है हमें शादी अनुदान दिला दो या हमारे पैसे बापस कर दो तभी लेखपाल ने पद का रौब दिखाते हुए रामेश्वर को जातिसूचक गंदी गंदी गालियां देकर कहा साले धुबैले तू जानता नहीं है किससे बात कर रहा है अगर तूने दुबारा रुपए का तकाजा किया तो तेरी खैर नहीं । रामेश्वर ने जिलाधिकारी महोदया को व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर लेखपाल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर रुपए बापस दिलाने की मांग की है ।

इस संबंध में हल्का लेखपाल रामवीर शर्मा का कहना है कि मैं किसी रामेश्वर को नहीं जानता हूं और न ही मैं एक महीने से भटौली गया हूं ।जो आरोप लगा रहा है वह निराधार हैं।

रिपोटर – तेजेन्द्र सागर