In Sambhal, the eyesight of a quackery doctor dies.
संभल के नगर पंचायत गवा झोलाछाप डॉक्टर पुनीत कश्यप बिना किसी डिग्री के क्लीनिक चला रहा था आप को बता दे मनोज कुमार नाम का व्यक्ति दवाई लेने पहुंचा और इंजेक्शन लगते ही उसकी हालत बिगड़ने लगी कुछ भी चांद में तो उसकी मौत हो गई एक घर का चिराग बुझ गया परिजनों ने झोलाछाप के क्लीनिक पर हंगामा काट दिया सूचना मिलते ही नोडल अधिकारी मनोज चौधरी पहुंच गए और झोलाछाप के क्लीनिक को सील कर दिया बताया जा रहा है कि मनोज उर्फ मनसुख पुत्र धर्मवीर निवासी रेतागढ़ मोलनपुर दवाई लेने के लिए झोलाछाप डॉक्टर पुनीत कश्यप के क्लीनिक पर आया था लेकिन मनोज की इलाज के दौरान मौत हो गई वहीं मृतक के परिजनों ने झोलाछाप के क्लीनिक पर हंगामा काट दिया झोलाछाप की लापरवाही से आज एक घर का चिराग बुझ गया l
संभल से कपिल अग्रवाल की रिपोर्ट