07 August “Cow dying in Etah’s Gaushala

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार पूरे प्रदेश में गायों के बेहतर रख रखाव के लिए गौ शाला और गौ आश्रय बनाकर बेहतर ब्यवस्था करने का दावा कर रहे है लेकिन एटा जनपद की गौशालाओं में तो गायों की बेकदरी देखने को मिल रही है जहाँ डेढ़ माह के भीतर इस गोशाला में पर्याप्त चारा और पानी ना मिलने से दर्जन भर गायों की तड़फ तड़फ कर मौत हो गई, वही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गायों और गोशालाओं को लेकर उनकी देखरेख खान पान के सारे इंतजाम करने को कहा गया है लेकिन जनपद एटा में गायों की हालत को देखकर ये सब कहना बेईमानी होगा। गायों की देख रेख को लेकर पूरे प्रदेश में इसको सर्वोच्च वरीयता का विंदु माना जाता है लेकिन एटा जिले के संबंधित अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते एटा जनपद के अलीगंज देहात के आजम नगर गाँव में संचालित गौ आश्रय स्थल इस कदर बद इन्तजामी का शिकार बना हुआ है कि यहाँ बड़ी संख्या में गाये मर रहीं है, अगर गौशाला के चौकीदार की मानें तो डेढ़ महीने में 1 दर्जन गायों की पर्याप्त चारा और पानी ना मिलने से भूख से तड़फ तड़फ कर मौत हो चुकी है वही यदि ग्रामीणों की बात मानें तो इस गौशाला में अभी तक लगभग 300 गायें चारा और पानी ना मिलने से भूख और प्यास से तड़फ तड़फ कर जान दे दी और जिला प्रशाशन ने अभी तक इस गौशाला की कोई सुद तक नही ली है, जिससे एटा जनपद में गायों की देखरेख मामले में मुख्यमंत्री औऱ जिला प्रशासन के सारे वादे झूठे दिख रहे है।

आपको बता दें कि ये पूरा मामला एटा जनपद की अलीगंज तहसील में स्थित आजम नगर गाँव मे बनी सरकारी गौ आश्रय का है जहां पूर्व में भी इस गौशाला में भारी अव्यवस्थाओं की शिकार थी तो ग्रामीणों ने निवर्तमान डीएम से की शिकायत पर पिछले वर्ष इसको किसी तरह चालू करवाकर इसका तत्कालीन जिला अधिकारी सुखलाल भारती ने विधायक अलीगंज सत्यपाल सिंह राठौर की अध्यक्षता में लोकार्पण किया था। इसके बाद समझा जा रहा था कि इसकी व्यवस्थाएं सुधरेंगी परंतु इसकी हालत बद से बदतर होती चली गयी,वर्तमान में आलम ये है कि इस गौ शाला में पानी भरा हुआ है, खाने को पर्याप्त  चारा नही और यहाँ बिजली की भी समस्या है, वही बदइंतजामी का आलम ये है कि यहाँ बड़ी संख्या में गाये मरने को मजबूर है। गायों की स्थिति ये है कि वे कमजोरी के कारण गिर पड़तीं हैं और फिर उठ नही पातीं तड़प तड़प कर दम तोड़ देतीं हैं। आस पास के लोगों का कहना है कि जो गायें मर जातीं हैं उनको वहीं आस पास के खेतों में गाड़ दिया जाता है। गौ शाला के अंदर भी बड़ी संख्या में हड्डियां पड़ी हुई देखीं जा सकती हैं।  कई बार ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से गायों की दुर्दशा की शिकायत की पर किसी ने कोई ध्यान नही दिया।

इस गौशाला के पड़ोस में ही रहने वाले बुजुर्ग रोशन लाल बताते हैं कि यहाँ गायों की स्थिति बहुत खराब है। 300/400 गायें इसमे थी। और गायें आती जाती रहती हैं। इसमे 300 से ऊपर गायें मर चुकी हैं। मरी हुई गायों को गौ शाला के पीछे गाड़ दिया जाता है। ये गायें खाने पीने की कमी के कारण मर रहीं हैं। यहाँ छाया की भी कमी है,इनको पानी मिल नही पता है। इस गौ शाला की दुर्दशा के बारे में जब अलीगंज के एसडीएम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस अस्थायी गौशाला की तहसीलदार को भेज कर जांच कराई थी।ये सही है कि इस गौशाला की स्थिति सही नही है।इसकी सूचना मीडिया के माध्यम से मुझे मिली थी। मैंने डिप्टी सीवीओ को भेजा है।पानी बिजली की समस्या है।जो भी दोषी है उसपर कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों को लिखेंगे। मैंने बीडीओ और डिप्टी सीवीओ को कहा है कि यदि इसमे कोई भी ऐसी घटना होती है तो उसका डिस्पोजल उससे लगी 60 बीघा जमीन में पर्याप्त दूरी पर कराया जाए वहीं पर न किया जाए।इसके लिए इसका शख्ती से पालन कराएंगे।

रिपोर्ट- आर.बी.द्विवेदी एटा।
मोबाइल- 09045501111, 07017400063

By Monika