Varun Gandhi did not find a place in ‘Modi team’, administered oath to 15 cabinet ministers and 28 ministers of state
PM Narendra Modi के नेतृत्व वाले केंद्रीय Cabinet का विस्तार और फेरबदल हो गया है. मंत्रिमंडल में कुल 15 Cabinet मंत्री और 28 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. पीएम मोदी की नई टीम ने अपना कार्यभार संभाल लिया है. हालांकि ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कैबिनेट विस्तार में पूर्व केंद्रीय मंत्री Maneka Gandhi के बेटे वरुण गांधी को भी जगह मिल सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब मेनका गांधी का बयान सामने आया है.
दरअसल दो दिवसीय सुल्तानपुर दौरे के दौरान Maneka Gandhi ने MEDIA से बात करते हुए कहा, “हम 600-650 के करीब सांसद हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री कितनों को जगह दे सकते हैं. जिन्हें जगह मिली वो सही है.”
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान Maneka Gandhi के पास बाल-विकास मंत्रालय था. लेकिन दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली. UP में अगले साल के शुरुआत में विधानसभा चुनाव है. ऐसे में UP कोटे से सात नेताओं को मंत्री पद दिया गया है. लेकिन मेनका गांधी या वरुण गांधी को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली
उत्तर प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं और यह चुनाव BJP के लिए काफी महत्वपूर्ण है इसीलिए मंत्रिमंडल विस्तार में UP को सबसे ज्यादा तवज्जो दी गई. इस विस्तार में चुनाव से पहले जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश की गई.यूपी के जिन सात मंत्रियों को शामिल किया गया है उनके चयन में जातिगत समीकरण को साधते हुए अगले साल के शुरू में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को भी ध्यान में रखा गया है. राज्य से जो नए केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं उनमें से तीन का संबंध पिछड़े वर्ग, तीन का दलित समूह है जबकि एक ब्राह्मण समुदाय से है. इन सात चेहरों में से केवल एक सहयोगी दल का है और शेष BJP के ही सांसद हैं.