Sambhal: Company employees working under Electricity Department allege exploitation
महामारी काल में रोजगार छिनने से रोटियों के पड़े लाले परिजनों का हुआ बुरा हाल।
जनपद सम्भल के चन्दौसी विद्युत वितरण खण्ड में RMS नामक प्राइवेट कंपनी को शासन द्वारा निर्धारित मानदेय जो कि कर्मचारी के बैंक खाते में जाता है इस आधार पर युवाओं को भर्ती कर विद्युत विभाग में काम कराने का ठेका मिला हुआ है। इसपर विभाग में कार्यरत कम्पनी कर्मियों ने आरोप लगाया है कि कम्पनी का सुपरवाइजर भारतसिंह अपने रखे हुए दलालों के माध्यम से एक हजार रुपये प्रतिमाह अपने वेतन से देने तथा नौकरी देने के नाम पर 30 से 40 हजार रुपये एकमुश्त रिश्वत की मांग करता है और जो भी कर्मचारी इन शर्तों को नहीं मानता है उनको आरोप प्रत्यारोप लगाकर रोजगार छीन कर बेरोजगार बना दिया जाता है ऐसे में कंपनी के विद्युत कर्मियों के साथ जमकर शोषण किया जा रहा है जिससे काम से हटाए गए कर्मियों के परिजन रोटियों से ख्वार होकर दर-दर भटकने को मजबूर हैं।बताते चलें की विद्युत विभाग के अधिषाशी अभियन्ता ने बताया कि पूरे जनपद में लगभग 750 कर्मचारी कंपनी द्वारा कार्यरत हैं जिसमें कुशल कर्मी को लगभग 9700 रुपये व अकुशल कर्मी को 7700 रुपये मानदेय दिया जाता है।इस प्रकरण पर जब कम्पनी सुपरवाइजर भारत सिंह से जानकारी हासिल की गयी तो उक्त ने सिरे से नकार कर बेबुनियाद बताते निराधार सिद्ध करने का प्रयास किया।
संभल से कपिल अग्रवाल और दिलीप सक्सेना के साथ प्रमोद यादव की रिपोर्ट