खैरथल-तिजारा। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आज बीएमए मीटिंग हॉल, भिवाड़ी में “गुणवत्ता यात्रा” कार्यक्रम के अंतर्गत क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) के सहयोग से एक विशेष कार्यशाला

आयोजित की गई। कार्यशाला का विषय – “एनएबीएल एक्रेडिटेशन एवं इसके लाभों पर जागरूकता कार्यक्रम” रहा।

इस कार्यशाला का उद्देश्य उद्योगों, प्रयोगशालाओं, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों और अन्य हितधारकों को एनएबीएल एक्रेडिटेशन के महत्व, इसकी प्रक्रिया तथा संस्थागत गुणवत्ता सुधार से जुड़े लाभों की जानकारी प्रदान करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी रोहित मीणा के स्वागत संबोधन से हुई। उन्होंने हितधारकों को गुणवत्ता आश्वासन और एनएबीएल मान्यता की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. भूमि राज्यगुरु, संयुक्त निदेशक, एनएबीएल (गुणवत्ता परिषद भारत), क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद ने एनएबीएल एक्रेडिटेशन की प्रक्रिया, मानदंडों और लाभों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि उद्योग, शैक्षणिक संस्थान और अस्पतालों की प्रयोगशालाएँ एनएबीएल मानक अपनाकर अपने गुणवत्ता प्रबंधन में सुधार, रिपोर्टों की विश्वसनीयता और कानूनी स्वीकार्यता में वृद्धि के साथ-साथ सरकारी टेंडरों में प्राथमिकता जैसे अनेक लाभ प्राप्त कर सकती हैं।

इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में उद्यमियों, प्रयोगशालाओं, अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों तथा राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अलवर एवं भिवाड़ी स्थित प्रयोगशालाओं के अधिकारी शामिल हुए।

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