
सीएम योगी के बरेली आगमन को लेकर तैयारियां तेज, बरेली कॉलेज ग्राउंड का निरीक्षण
डीएम व एसएसपी ने अधिकारियों संग की अहम बैठक, व्यवस्थाओं को लेकर दिए सख्त निर्देश
बरेली, 1 अगस्त 2025।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्तावित दौरे को लेकर बरेली प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। आगामी 6 अगस्त को मुख्यमंत्री के बरेली आगमन की संभावना के मद्देनज़र प्रशासन ने तैयारियों को लेकर कमर कस ली है। बरेली कॉलेज के मैदान में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए आज जिलाधिकारी अविनाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की।

✅ निरीक्षण स्थल: बरेली कॉलेज का ग्राउंड
सीएम के जनसभा या अन्य कार्यक्रम के लिए प्रस्तावित स्थल बरेली कॉलेज का ग्राउंड तय किया गया है, जहां मंच, बैठने की व्यवस्था, सुरक्षा घेरा, वीआईपी आगमन-पथ और आम जनता के प्रवेश व निकास बिंदुओं का खाका तैयार किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम, नगर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक नगर, पीडब्ल्यूडी, जलकल, विद्युत, स्वास्थ्य, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

📌 प्रशासन की प्रमुख तैयारियां:
पंडाल व मंच निर्माण की संभावित जगहों का चिन्हांकन किया गया।
बैठक व्यवस्था में वीआईपी, प्रेस, आम जनता व प्रशासनिक अधिकारियों के लिए अलग-अलग सेक्टर तय करने के निर्देश।
पार्किंग स्थल की व्यवस्था एवं आवागमन मार्ग की वैकल्पिक योजना बनाई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग को मौके पर एम्बुलेंस, फर्स्ट ऐड व मेडिकल टीम की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया।
सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस बल की तैनाती, बैरिकेडिंग, सीसीटीवी, डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ते की तैयारी।
जलकल विभाग को पेयजल आपूर्ति व टंकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश।
नगर निगम को साफ-सफाई, शौचालय और कूड़ा निस्तारण व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए।

👥 डीएम व एसएसपी ने दिए स्पष्ट निर्देश
निरीक्षण के बाद डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का दौरा जिले के लिए गौरव की बात है और सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध, व्यवस्थित और चाक-चौबंद होनी चाहिए। उन्होंने संबंधित विभागों को सौंपे गए कार्यों की डेली मॉनिटरिंग करने को कहा।
वहीं एसएसपी अनुराग आर्य ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीएम की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होगा। ड्रोन कैमरों, मेटल डिटेक्टर, वॉच टावर और अन्य तकनीकी उपकरणों से निगरानी की जाएगी।