खैरथल तिजारा, 11 सितंबर । अति. जिला कलेक्टर खैरथल-तिजारा शिवपाल जाट की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट खैरथल तिजारा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के

माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में बाल विवाह जैसी कुप्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त करने हेतु सशक्त रणनीति तैयार की गई और कई महत्वपूर्ण निर्देश प्रदान किए गए।

अति. जिला कलेक्टर ने अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण पर्वों पर विशेष निगरानी रखने के साथ-साथ अन्य अवसरों पर भी बाल विवाह के आयोजन पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। इसके तहत जिला एवं

ब्लॉक स्तर पर गठित सहायता समूह, महिला समूह, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला सुरक्षा सखी एवं साथी सहयोगिनी को सक्रिय करने पर जोर दिया गया।

बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि हलवाई, बैण्ड वाले, ढोलक-बाराती, टेंट वाले, ट्रांसपोर्टर इत्यादि उन व्यक्तियों और समुदायों से भी आश्वासन लिया जाए कि वे बाल विवाह में सहयोग नहीं करेंगे। जनप्रतिनिधियों एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ चेतना बैठकों का आयोजन

कर बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी जाएगी। ग्राम सभाओं में सामूहिक रूप से बाल विवाह की रोकथाम पर विशेष चर्चा आयोजित कर जागरूकता फैलाने का निर्देश भी दिए।
उन्होंने विवाह के निमंत्रण पत्रों में वर-वधु की आयु का प्रमाण अंकित करने को अनिवार्य करने के साथ अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा जैसे पर्वों पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर उन्हें 24 घंटे सक्रिय रखने एवं सार्वजनिक

स्थानों पर हेल्पलाइन नंबर चस्पा करने का भी निर्देश दिए। बाल विवाह रोकने हेतु चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, 181 कॉल सेंटर व पुलिस नियंत्रण कक्ष के 100 नंबर पर शिकायत दर्ज करवाने का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
विद्यालयों में भी बाल विवाह से जुड़ी कानूनी जानकारी एवं दुष्परिणामों के प्रति छात्रों को जागरूक किया जाएगा। समन्वित रूप से उन परिवारों तक जानकारी पहुँचाई जाएगी जहाँ बाल विवाह होने की आशंका हो। यदि आवश्यक हो तो संबंधित परिवारों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। ब्लॉक स्तर पर भी नियमित बैठक आयोजित कर संबंधित विभागों को सूचना प्रेषित करने के निर्देश प्रदान किए।