बदायुं। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही 102 एम्बुलेंस सेवा शुक्रवार को फिर जीवनदायिनी साबित हुई। 102 एम्‍बुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने अपनी सूझबूझ से मरीज के जीवन की रक्षा करने में अहम भूमिका अदा की।

डायल 102 एम्‍बुलेंस गर्भवती महिला को घर वापस छोड़कर बिल्सी अस्पताल को और जस रही थी , उसी दौरान शाम करीब साढ़े चार बजे अंबियापुर ब्लॉक ,गाँव सतेति चौराहा के पास राहगीर व्यक्ति महेंद्र पाल(50 वर्ष) को दौरा पड़ते देख एम्बुलेंस को सड़क किनारे खड़ी करके , एम्बुलेंस स्टाफ ने अपनी तत्परता दिखाते हुए राहगीर व्यक्ति को एम्बुलेंस मे शिफ्ट करके , चिकित्सालय की ओर निकले।

उसके बाद सुबोध (ईएमटी) ने रास्‍ते में ही टेलीफोन कॉल के माध्यम से ईआरसीपी टीम (लखनऊ) की मदद से प्राथमिक उपचार देते हुए मरीज को रास्‍ते में राहत की सांस दिलाई । वही पायलट धर्मेन्द्र ने अपने कर्तव्य को पूरा निभाते हुए सही समय पर एम्बुलेंस से मरीज को अस्तपताल पहुँचाया।

मरीज को लेकर जब एम्बुलेंस कर्मी सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र बिल्सी पहुंचे तो डॉक्टर ने मरीज की जांच करने बाद, ईएमटी की समझदारी और कार्यकुशलता की सराहना की।

सेवा प्रदाता संस्‍था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस के प्रोग्राम मैनेजर राजन कुमार ने बताया कि 108 एम्‍बुलेंस में कर्मचारी किसी भी इमरजेंसी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्‍होंने बताया कि 108 एम्‍बुलेंस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्‍क है। कोई भी व्‍यक्ति 24 घंटे कभी भी सरकारी अस्‍पताल जाने के लिए 108 एम्‍बुलेंस की मदद ले सकता है।

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