बदायूं। प्रांतीय निर्देशानुसार विभिन्न पदों पर पदाधिकारियों को सर्व सम्मति से चुना गया। यह आयोजन डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के संघ भवन में संपन्न हुआ।

गुरुवार को कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं चुनाव अधिकारी कवि माधव मिश्र (पूर्व प्रांतीय कर्मचारी नेता,राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा एवं सर्व समाज जागरूकता अभियान भारत से
सर्वप्रथम रविन्द्र मोहन सक्सेना ने मोहन स्वरूप गुप्ता के नाम का प्रस्ताव जिलाध्यक्ष पद पर रखा जिसका

अनुमोदन इं प्रमोद कुमार शर्मा एवं ब्रजेश कुमार चौहान ने किया। दस मिनट तक किसी दूसरे का जिलाध्यक्ष पद पर नाम नहीं आने पर सर्व सम्मति से चुनाव अधिकारी कवि माधव मिश्र ने उन्हें जिलाध्यक्ष घोषित किया।बाद में पूरे सदन ने निर्वाचित जिलाध्यक्ष मोहन स्वरूप गुप्ता को समस्त अधिकार देते हुए सर्व सम्मति से कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को चुनने के लिए कहा जिस पर चुनाव अधिकारी कवि माधव मिश्र की सहमति पर

कार्यकारिणी में 26 पदाधिकारियों के साथ 11 सक्रिय सदस्य को सर्व सम्मति से चुना गया। मुख्य अतिथि एवं चुनाव अधिकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्र ने चुनाव उपरांत सभी पदाधिकारियों को घोषित करते हुए

फूल माला पहनाकर जिम्मेदारी सौंपी गई। मुख्य अतिथि कवि माधव मिश्र ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सर्व सम्मति से निर्वाचित कार्यकारिणी को बधाई देते हैं। आप सब की जिम्मेदारी है कि पेंशनर की समस्याओं का निस्तारण करते हुए पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष करें क्योंकि कर्मचारी तीस चालीस वर्ष सेवा करने के बाद ही पेंशन का हकदार होता है।

सरकारों ने कर्मचारी की पेंशन बीस साल पहले बंद कर दी लेकिन एमपी, एमएलए, एमएलसी को आज भी पेंशन दी जा रही है। यह कैसा दुर्व्यवहार है? आठवां वेतन आयोग जल्द से जल्द लागू किया जाए। नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष मोहन स्वरूप गुप्ता ने कहा कि मैं पेंशनर की समस्याओं के लिए लड़ूंगा लेकिन अगर आप

को पारिवारिक समस्या है तो उसके लिए भी हर समय तैयार हूं। नव निर्वाचित वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविन्द्र मोहन सक्सेना, जिला मंत्री उपेन्द्र उपाध्याय, मीडिया प्रभारी इंजीनियर प्रमोद कुमार शर्मा, संप्रेक्षक राजेश जौहरी, उपाध्यक्ष ब्रजेश चौहान, कोषाध्यक्ष सुशील सक्सेना (नीरू), संगठन मंत्री रामप्रकाश सिंह राठौर, उपाध्यक्ष

सतेंद्र शाक्य, प्रचार मंत्री छोटे लाल सगर, संरक्षक विनोद पाल सिंह, श्रीकृष्ण मिश्रा, सक्रिय सदस्य अशोक कुमार सक्सेना ने विचार व्यक्त करते हुए एकता के साथ संघर्ष करके पेंशनर को उनके हक दिलाने की वकालत की। अन्य चुने गए कार्यकारिणी के पदाधिकारियों में रउफ हुसैन सिद्दिकी, सुभाष चंद्र शर्मा, इरफान हुसैन, सूबेदार सिंह, शिशु पाल सिंह, भुवनेश कुमार मिश्रा, पुष्पा सक्सेना, आयशा परवीन,शबनम परवीन, रामकुमारी,मुन्नी देवी, पुत्तू लाल सक्सेना, राम पाल सिंह, कवींद्र जीत सिंह , रामनिवास वर्मा, प्रभाकर मिश्रा, रामेश्वर दयाल, जावेद खां, श्रीकृष्ण गुप्ता, राजपाल सिंह, कृष्ण पाल गुप्ता, दिलीप कुमार सक्सेना, ओम पाल सिंह, श्रीपाल सिंह, आरबी लाल, मोहम्मद हक्कानी आदि पदाधिकारी एवं सक्रिय सदस्य चुने गए।