तिजारा। निकटवर्ती फुल्लाबास गांव में डंपिंग यार्ड के विरोध में विस्थापित परिवारों ने सरपंच रतन लाल के नेतृत्व में, सरिस्का विस्थापितों ने उपखंड अधिकारी संजीव वर्मा को ज्ञापन सौंपा और मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, वन मंत्री राजस्थान सरकार संजय शर्मा और विधायक बाबा बालक नाथ से डंपिंग यार्ड के निर्माण को रोकने की मांग की।


विस्थापितों ने मांग की
विस्थापित परिवारों ने बताया कि राज्य सरकार ने चौरासी बीघा जमीन डंपिंग यार्ड के लिए प्रस्तावित की है, जो ग्राम फुल्लाबास में स्थित है। विस्थापितों ने कहा कि डंपिंग यार्ड प्रस्तावित भूमि विस्थापित परिवारों से लगती हुई है, विस्थापितों को विश्वास में लिए बग़ैर प्रस्ताव बनाकर तहसीलदार द्वारा भेजा गया है। विस्थापितों ने कहा और अगर डंपिंग यार्ड यहाँ बना तो वे आवंटित जगह को छोड़कर वापिस सरिस्का लौटेंगे। विस्थापितों ने कहा की
डंपिंग यार्ड के निर्माण से विस्थापित परिवारों को कई नुक़सान होंगे
पर्यावरण प्रदूषण डंपिंग यार्ड के निर्माण से वायु, जल और मृदा प्रदूषण बढ़ेगा, जिससे विस्थापित परिवारों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा की डंपिंग यार्ड के निर्माण से विस्थापित परिवारों की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि उनकी जमीन और संपत्ति का मूल्य कम हो जाएगा।
ओर कहा की डंपिंग यार्ड के निर्माण से विस्थापित परिवारों को सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, जैसे कि उनकी सामाजिक स्थिति खराब हो जाएगी और वे अपने समुदाय से अलग हो जाएंगे।


विस्थापित परिवारों ने संकल्प लिया है कि वे डंपिंग यार्ड के निर्माण का विरोध करेंगे और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए संघर्ष करेंगे। अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे आंदोलन करेंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों मे में अजीत कुमार, बाबूलाल, मुखराम, राम कुमार, पप्पू, मान सिंह, झब्बू, पप्पू राम, सुंदर चौधरी, ज्ञान चौधरी, पप्पू नाथ, नागेश, बाबूलाल गुर्जर, राम कुमार आदि सैकड़ों विस्थापित परिवार शामिल थे।

रिपोर्टर मुकेश कुमार शर्मा

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