
भिवाड़ी। राजस्थान-हरियाणा सीमा पर जलभराव और रास्ते का पुराना विवाद रविवार को फिर तूल पकड़ गया। दोपहर करीब 2 बजे धारूहेड़ा प्रशासन ने नगीना गार्डन के सामने एनएच-919 पर मिट्टी डालकर रैंप बना दिया, जिससे भिवाड़ी की ओर जाने वाला रास्ता पूरी तरह बंद हो गया। इस दौरान हरियाणा पुलिस की भारी तैनाती रही, लेकिन भिवाड़ी प्रशासन का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

रैंप निर्माण की खबर फैलते ही भिवाड़ीवासियों में गुस्सा और आक्रोश फैल गया। लोगों ने स्थानीय प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठाए। वहीं, ई-लाइब्रेरी उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद तिजारा विधायक महंत बाबा बालक नाथ और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने मौके पर कोई टिप्पणी नहीं की।

हालांकि बाद में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि वे 2 अक्टूबर को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस विषय पर चर्चा करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि सीमा विवाद और जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाएगा।

यह विवाद 2023 से चल रहा है, जब धारूहेड़ा नगरपालिका ने भिवाड़ी से आने वाले दूषित पानी को रोकने के लिए रैंप बनाया था। जुलाई में इसी मुद्दे पर महापंचायतें और झड़पें भी हुई थीं। अब फिर तनाव बढ़ने पर लोग चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन खड़ा होगा।

यह खबर न सिर्फ सीमा विवाद की गंभीरता उजागर करती है, बल्कि लोगों की उम्मीदें भी सामने लाती है कि केंद्र स्तर पर हस्तक्षेप से रास्ता निकलेगा।

