बदायूं। भारतीय किसान यूनियन असली अराजनीतिक ने भ्रष्टाचार को लेकर मंगलवार को जिला पूर्ति कार्यालय पर डीएसओ के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया।

जिलाध्यक्ष केपीएस राठौर की अध्यक्षता में जिला सचिव सूरजपाल सिंह ने कहा कि जनपद की सभी तहसीलों पर पूर्ति निरीक्षक और राशन कोटेदारों की मिलीभगत से जनता का निवाला छीना जा रहा है और राशन का आवंटन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है।जनपद में राशन की घटतौली हो रही है यह बात जग जाहिर है।

आरोप है कि प्रत्येक राशन की दुकान से 3000 से लेकर 3500 पूर्ति निरीक्षक को दिए जाते हैं और उसकी प्राइवेट आदमी के द्वारा उगाही की जाती है। जिला उपाध्यक्ष हरीश पटेल ने कहा पूर्ति विभाग शासनादेश की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहा है। शासनादेश के मुताबिक राशन डीलर वितरण प्रमाण पत्र जो सचिव द्वारा प्रमाणित किया जाता है जिससे कितना राशन वितरण हो गया है और कितना शेष गोदाम में रहा गया है

किन-किन लोगों को राशन बांटा गया वह हर बार हर माह जमा होता है। लेकिन कोई राशन विक्रेता प्रमाण पत्र जमा नहीं करता इसी वजह से मनमानी हो रही हैं और शेष राशन बेच दिया जाता है अधिकारी द्वारा वितरण प्रमाण पत्र के बारे में नहीं पूछते वह पूछते हैं कितना राशन बचा या नहीं अभी तक पैसा नहीं आया। उन्होंने

कहा नगर पंचायत ककराला सखानू असिस वर्खिन, सिकरोड़ी, रमजानपुर, लाभारी ,कठुलिया, जोड़ी नगला, गंगी नगला, काना नगला, एवं हामिदपुर आदि दुकानों पर प्रीत यूनिट 1 किलो राशन कम और अंत्योदय कार्डों पर 35 किलो से 30 किलो प्रीत यूनिट कम दिया जाता है। जिससे बदले में इंस्पेक्टर को मोटी कमाई आती है

जसवीर यादव एडवोकेट तहसील अध्यक्ष उन्होंने धरने की कार्रवाई को आगे बढ़ते हुए कहा जब तक वितरण वाली मशीन महीने के अंत तक बंद नहीं हो जाती तब तक राशन का वितरण होना चाहिए कोटेदारों का एक कांटा मशीन से जो कनेक्ट होता है जिससे पर्ची निकलती है किसी भी व्यक्ति का अंगूठा लगाकर उसे

मशीन के ऊपर ईट पत्थरों का वजन रखते हैं उसके बाद पर्ची निकलती है और फिर स्टोर में जहां राशन मिलता है दूसरा कांटा रखा है उसे पर्ची के हिसाब से वह कांटा सेट किया हुआ है वजन करके उसे राशन दे दिए जाता है जो निर्धारित मात्रा से कम राशन होता है। सूर्य प्रताप यादव ने कहा की गोदाम से ट्रांसपोर्टर ठेकेदार राशन को डोर टू डोर पहुंचने का पैसा एवं पल्लेदारी का पैसा सरकार से लेते हैं ठेकेदार खुद ना जाकर अपने प्राइवेट लड़कों को

भेजता है जो रास्ते में गाड़ियां खड़ी करते हैं और वहीं से राशन का वितरण शुरू कर देते हैं कोटेदार अपने-अपने बहन लेकर आते हैं और वह अपना राशन अपने वाहनों में लेकर अपनी दुकान तक ले जाते हैं कोटेदारों ट्रांसपोर्ट का खर्चा खुद वहन कर रहे है 1200 से1500 प्रति कोटेदार से लेते हैं जिला अध्यक्ष जेपीएस राठौर ने कहा की सरकार किसानों से गेहूं खरीदती है तो 50 किलो की भर्ती लेते हैं लेकिन 500 ग्राम बोरी का कार्ड कट कर 49 किलो 500 ग्राम की भर्ती होती है लेकिन ठेकेदार गेहूं की गाड़ियों पर पानी का छिड़काव करता है और वही बोरी को ठेकेदार 52 किलो की भर्ती दे देते हैं ट्रांसपोर्टर एक कट्टे पर ढाई किलो गेहूं बचा रहा है इस तरह से लाखों कट्टे कोटेदार ले जाते हैं ऐसे लोग ही गलत कार्य करके लाखों रुपया पैदा करते हैं। इंस्पेक्टर द्वारा आम आदमियों का राशन कार्ड जांच कर कटवा देते हैं लेकिन प्रधान आदि पदों पर आसीन व्यक्तियों की शिकायत के बाद भी राशन कार्ड नहीं कटता एक प्रधान बिल्सी तहसील में 4 वर्षों से राशन ले रहा है उसका राशन कार्ड नंबर 2149 40 86 6375 है जिसकी शिकायत इंस्पेक्टर धीरज गुप्ता से 2 महीने पहले की थी गुप्ता ने कहा मैं कटवा दूंगा लेकिन अभी तक वह राशन कार्ड नहीं काटा गया शीघ्र उस प्रधान पर रिकवरी निकलवाई जाए और राशन कार्ड को कैंसिल करवाया जाए जनपद के सभी राशन डीलर प्रति दुकान 3000 से 3500 प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा इकट्ठा करवा कर इंस्पेक्टर के पास पहुंचाते हैं सालारपुर ब्लाक क्षेत्र के कोटेदारों से ओमकार नाम का प्राइवेट व्यक्ति वसूली करता है। और सप्लाई आफिस में भी बैठता है ।उपरोक्त समस्याओं का समाधान 10 दिनों के अंदर होना चाहिए नहीं तो संगठन जिला पूर्ति कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना करेगा सभा का संचालन जसवीर सिंह यादव एडवोकेट ने किया।।

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