सहसवान। ब्लॉक क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा संगिनियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में मौजूद आशाओं ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए नाराज़गी जताई।
धरना दे रही आशा संगिनियों का कहना है कि उन्हें शुरू में मात्र दो कार्यों के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन वर्तमान में उनसे करीब 36 कार्य कराए जा रहे हैं।आशाओं ने का कहना है कि लगातार बढ़ते कार्यभार के बावजूद उन्हें उचित मानदेय और सुविधाएँ उपलब्ध नहीं कराई जा रहीं।

आशा संगिनी संगठन ने प्रमुख मांग रखते हुए कहा कि आशा बहनों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, जिससे उन्हें सुरक्षा, सुविधा और स्थायी समर्थन मिल सके।
संगठन का कहना है कि आशाओं से सरकारी तंत्र का एक बड़ा हिस्सा चलता है, इसलिए उन्हें उचित अधिकार देने जरूरी हैं। आशाओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे जनता की सेवा में दिन-रात लगी रहती हैं लेकिन उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नही है।