बरेली 23 जून। मंडलायुक्त श्री आर. रमेश कुमार ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार रणनीति तैयार कर प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि गांव गांव में इसके लिए किए जा रहे कार्यों का मंडल स्तर से लेकर तहसील स्तर तक पर नियमित अनुश्रवण किया जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए जन जागरूकता बेहद महत्वपूर्ण है।
मंडलायुक्त आज कमिश्नरी सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की मंडल स्तर पर की जा रहीं तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। बैठक में अपर निदेशक स्वास्थ्य, सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य विभागीय एवं सम्बंधित अधिकारी मौजूद थे। मंडलायुक्त ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर सर्विलांस बहुत आवश्यक है।उन्होंने कहा कि नोडल विभाग द्वारा मंडल स्तर से लेकर तहसील स्तर तक नियमित रूप से अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने कहा कि समय पर कौन सी टीम कहां गई और कहां पहुंची, इसका दैनिक अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि शाम के समय जब बाजारों में चहल पहल होती है उस समय संचारी रोगों से सम्बंधित जन जागरूकता स्लोगन तैयार कर उनके ऑडियो चलवाए जाएं। जिस तरह कोविड के ऑडियो पीए सिस्टम पर प्रसारित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर भी सम्बंधित लोगों की नियमित बैठक की जाए।
मंडलायुक्त श्री आर. रमेश कुमार ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए जो विभागों के समन्वित कार्य निर्धारित किए गए हैं, उन्हें सुनिश्चित किया जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि पंचायती राज, आईसीडीएस, कृषि, शिक्षा आदि विभाग अपने अपने निर्धारित कार्य समय पर सम्पन्न करें। बैठक में अवगत कराया गया कि मच्छरों पर नियंत्रण के लिए नियमित फॉगिंग एवं नालियों आदि की सफाई का भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। गैम्बूज मछली को तालाबों, पोखरों और ठहरे हुए पानी में डाला जाएगा। साथ ही एंटी लार्वा के छिड़काव को भी वृहद स्तर पर सम्पन्न किया जाएगा। बैठक में कहा गया कि झाड़ियों की कटाई और नालियों की सफाई इस अभियान का प्रमुख कार्य है। बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि मच्छर दानी वितरण और उसके प्रयोग के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए भी जन जागरूकता के प्रयास किए जाएं। बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी इस कार्य में विशेष रूप से जोड़ा गया है।
मंडलायुक्त ने कहा कि विभागों के अलावा अन्य संस्थाओं जैसे कि यूनिसेफ आदि के सहयोग का फीडबैक नियमित रूप से उन्हें उपलब्ध कराया जाए। प्रतिदिन शाम को ब्रीफिंग सिस्टम तैयार कर लिया जाए और जो भी टीमें तैयार की गई हैं उनके व्हाट्सएप ग्रुप बना लिए जाएं। साथ ही मोहल्ला एवं ग्राम निगरानी समितियों को संचारी रोगों के लिए भी सक्रिय किया जाए कि जिस प्रकार कोविड के लिए कार्य किया जा रहा है उसी पैटर्न पर संचारी रोगों के लिए भी कार्य करें। बैठक में यूनिसेफ ने दस्तक अभियान के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया।