बरेली। बरेली से लगभग 60 किलोमीटर दूर देवरिया गांव स्थित इलाबास देवल गांव में प्राचीन देवी मंदिर दर्शन के लिए बरेली से सैकड़ों श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हो चुका है शहर के कालीबारी गंगापुर सिक्लापुर संजय नगर समेत कई इलाकों में राजपूत समाज के कुलदेवी का प्राचीन मंदिर किसी गांव में स्थित है हरशाला 4 आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन भव्य मेले का आयोजन किया जाता है लेकिन इस बार कोरो ना के कारण मेले का आयोजन नहीं किया। परंपरा के तौर पर बरेली से श्रद्धालुओं का जत्था और झंडी शोभा यात्रा को भी प्रोटोकॉल के तहत रवाना हो चुकी है.

हर साल इलाबास देवल मंदिर पर भव्य मेले का आयोजन होता है लेकिन इस बार प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है। पूजा से पूर्व बरेली से अनेक श्रद्धालुओं ने मंदिर पर पहुंचकर साफ-सफाई का मरम्मत का कार्य करवाया जिसमें सिकलापुर के अनेक लड़कों की टोली मंदिर में मरम्मत और साफ सफाई के कार्य में जुटी हुई है। हर साल नवरात्रि के दिनों में ही यहां पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता रहा है.

राजपूत समाज की ओर से हर साल बरेली से झंडी शोभायात्रा का आयोजन भी होता रहा है आज दोपहर गंगापुर के दुर्गा देवी मंदिर और काली बारी से मां काली मंदिर से झंडी शोभा यात्रा को धूमधाम से रवाना किया गया इस शोभायात्रा में सिर्फ कमेटी के लोगों को ही शामिल होने दिया गया जिससे कि वह भी प्रोटोकॉल का पालन हो सके।