पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता के नेतृत्व में चलाया जा रहा ऑपरेशन तमंचा महाराजगंज में सफल हुआ है. कोतवाली पुलिस ने थाने के हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10 देसी तमंचा बरामद किया है. पुलिस को तमंचे की खरीद बिक्री की सूचना मिली थी सूचना पर विश्वास करके पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सात 312 बोर के देसी तमंचे और तीन 315 बोर के बरामद की है. इन आरोपियों के कब्जे से 10 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है. तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर जेल भेज दिया है.
जांच पड़ताल के दौरान पकड़ा गया संदिग्ध
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि ऑपरेशन तमंचा के मद्देनजर सभी पुलिसकर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए थे और गांव-गांव अवैध तमंचा रखने वालों की खोजबीन की जा रही थी. इसी दौरान सदर कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह बेलवा काजी में जांच पड़ताल कर रहे थे तभी उनको एक संदिग्ध व्यक्ति आता दिखाई दिया. उसे रोककर पूछताछ व तलाशी की गई तो एक 12 बोर का तमंचा व एक कारतूस बरामद हुआ. अपना नाम संदेश निवासी बागा पर बताया तमंचे के बारे में पकड़े गए व्यक्ति ने बताया कि वह उसे जदपुर से खरीद कर ला रहा है जिससे तमंचा खरीदा है वह फुर्सतपुर में मौजूद है.
इसके बाद कोतवाल मनीष सिंह पुलिस के साथ फुर्सतपुर गांव पहुंचे. वहां राजेंद्र पुलिस के हत्थे चढ़ गया तलाशी के बाद उसके पास से 312 बोर का तमंचा व कारतूस मिला. उसने भी बताया कि वह जयपुर से तमंचा खरीदा है. राजेंद्र को भी हिरासत में लेकर इंस्पेक्टर अपने पुलिस टीम के साथ जयपुर गांव पहुंचे. वहां हिस्ट्रीशीटर राम सुरेश नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया जिसके पास से दोनों व्यक्तियों ने अवैध असलहा खरीदा था.
तीनों को भेजा गया जेल
पुलिस के पूछताछ में राम सुरेश ने बताया कि वह बाहर से तमंचा बनवाकर मंगा रहा था और घर से ही बेच रहा था. गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर संदेश ,राजेंद्र व राम सुरेश के खिलाफ कोतवाली पुलिस में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है. इसके बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया. ऑपरेशन तमंचा के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि जिले में अभियान चलाकर अवैध तमंचा रखने और बेचने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
नौतनवां तहसील प्रभारी दीपक बनिया