रिपोर्टर- सौरभ गुप्ता

सहसवान। आगामी 21 जून को मनाए जाने वाले विश्व योग दिवस के पूर्व राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा ऑनलाइन योगा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ NYks के सभी जिला के युवाओं ने भाग लिया ठाकुर अनुज प्रताप सिंह,ठाकुर अनूप सिंह, मनोज यादव, रामू सिंह, देवेन्द्र सिंह यादव, प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले भर के स्वयंसेवीयों ने भाग लिया।

प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन करते हुए मुख्य अतिथि DIO Budaun समन्वयक ने कहा कि, शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक हैं और दोनों को योगा के माध्यम से सशक्त बनाया जा सकता है। अनुज प्रताप सिंह ने कहा कि, युवाओं का सशक्तिकरण ही राष्ट्र का सशक्तिकरण है।

प्रशिक्षक के रूप में बदायूं की स्वयंसेविका ने नाड़ी शोधन प्राणायाम का प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षक ने नाड़ी शोधन प्राणायाम के विषय में बताया कि, नाड़ियाँ मानव शरीर में सूक्ष्म ऊर्जा चैनल है जो विभिन्न कारणों से बंद हो सकती है। नाड़ी शोधन प्राणायाम साँस लेने की एक ऐसी प्रक्रिया है जो इन ऊर्जा प्रणाली को साफ कर सुचारु रूप से संचालित करने में मदद करती है जिससे मन शांत होता है। यह प्रक्रिया ही अनुलोम विलोम प्राणायाम के रूप में विश्वविख्यात है। इस प्राणायाम को हर उम्र के लोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि, आजकल के भागमभाग युग मे भौतिक शरीर में टॉक्सिन बढ़ जाना स्वभाविक है। जिसका निरन्तर शोधन ही स्वस्थ रहने का मूलमंत्र है। इड़ा, पिंगला और सुषुम्ना ये तीन नाड़ियाँ, मानव शरीर की सबसे महत्वपूर्ण नाड़ियाँ हैं। जब इड़ा नाड़ी ठीक तरीके से काम नही करती अथवा बंद हो जाती तथा जब पिंगला नाड़ी ठीक रूप से काम नही करती तब शरीर पर रोगों का हमला शुरू हो जाता है!