रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन।

वीरांगना चौंक पर प्रतिमा स्थापना समिति के सदस्यों ने किया पुष्पार्चन।

ई क्षत्रिय समागम में कार्यक्रमों की समीक्षा के साथ ही तैयार हुईं वार्षिक कार्य योजना।

क्षत्रिय बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशी उतारने पर विचार।

क्षत्रिय महासभा बदायूं के तत्वावधान में ई क्षत्रिय समागम का आयोजन महासभा के मार्गदर्शक आचार्य प्रताप सिंह एवं धनपाल सिंह बाबाजी की संयुक्त अध्यक्षता में गूगल मीट एप के माध्यम से किया गया। समागम में क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रधान महासचिव आलोक सिंह चौहान ” सन्घर्षी ” उपस्थित रहे। प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह, मन्डल सन्गठन मन्त्री विजय पाल सिंह भदौरिया का विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। समागम में जुलाई माह में सुप्रसिद्ध कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान एवं अगस्त माह में कारगिल शहीद हरिओम सिंह की जयंती कार्यक्रम की योजना बनाई गई। अंत में आपदाकाल मे मृत आत्माओं की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की गई।

क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रधान महासचिव आलोक सिंह चौहान सन्घर्षी ने मुख्य अतिथि के रुप में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश ने सदैव क्षत्रियो के हित में कार्य किया है, क्षत्रिय समाज के मान सम्मान और अस्मिता की रक्षा के लिए महासभा सन्घर्ष से भी पीछे नहीं हटी है। समाज के सहयोग से महासभा ने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जिला मुख्यालय बदायूं पर महासभा ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित कराई , मन्डल मुख्यालय बरेली पर महासभा द्वारा महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापना का कार्य तथा वीरांगना चौक बदायूं पर रानी लक्षमीबाई की प्रतिमा स्थापना का कार्य अंतिम चरण में है।

श्री चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 18 प्रतिशत क्षत्रिय मतदाता बिना मांगे वोट देने की प्रवृत्ति के कारण उपेक्षित और तिरष्कृत है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पर जातीय आधार पर पक्षपात के आरोप लगाए जाते हैं, किन्तु स्थिति भिन्न है, सपा सरकार मे जो स्थिति यादव समाज की रहती है, बसपा सरकार में जो स्थिति जाटव समाज की रहती है, क्या वर्तमान सरकार मे वह स्थिति क्षत्रिय समाज की है, नहीं है, क्षत्रिय समाज के विरूद्ध षडयंत्र के तहत वातावरण बनाया जा रहा है। इस राजनैतिक षडयंत्र को समझकर बिना मांगे वोट देने की प्रवृत्ति का त्याग करने की जरूरत है। हमें हर जिले में एक टिकट चाहिए, जो पार्टी हमारी भावनाओं का अनादर करेगी हम उसका विरोध करेगे। आवश्यकता पड़ने पर महासभा क्षत्रिय बाहुल्य सीटों पर प्रत्याशी भी उतारेगी। राजनैतिक दल और राजनेता क्षत्रिय समाज के प्रति अपनी सोच को परिवर्तित कर लें।

समागम में प्रमुख रूप से महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट, क्षत्रिय सैनिक सभा के संरक्षक विजय रतन सिंह, जिला संयोजक क्षत्रिय महासभा मुनीश कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष जगमोहन सिंह राघव, गिरीश पाल सिंह सिसौदिया, शिशुपाल सिंह, जिला महासचिव वेदपाल सिंह कठेरिया, जिला सचिव अखिलेश सिंह चौहान, सतेन्द्र सिंह, जिला अध्यक्ष क्षत्रिय महिला सभा करुणा सोलंकी, जिला उपाध्यक्ष मृदुला सिंह, नगर अध्यक्ष बदायूं डालभगवान सिंह, नगर उपाध्यक्ष राजपाल सिंह राठौर, नगर अध्यक्ष उझानी धीरज पाल सिंह राणा, तहसील अध्यक्ष सहसवान आर्येन्द्र पाल सिंह, देवेन्द्र सिंह, नगर सचिव बदायूं विनोद सोलंकी, नीतू सिंह, पूनम सिंह आदि उपस्थित रहे।

अन्त में क्षत्रिय महासभा बदायूं के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन जिला सचिव दिनेश सिंह एडवोकेट ने किया।