बरेली, 16 जून। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का ध्येय रहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में प्रदेशवासियों का जीवन भी सुरक्षित रहे और उनकी जीविका भी चलती रहे। इसी लिए प्रदेश में आंशिक कोरोना कर्फ्यू लगाकर प्रदेशवासियों को राहत दी गई। प्रदेश में आज कोरोना संक्रमण नियन्त्रण में है जिसमें सभी का सहयोग एवं प्रदेश सरकार का सतत् प्रयास सराहनीय रहा। प्रदेश के किसानों की रबी फसल का गेंहूॅ क्रय करते हुए किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य देना सरकार के समक्ष चुनौती रही, किन्तु सरकार ने कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु मास्क लगाकर, सेनेटाइजर का प्रयोग कराकर, दूरी बनाकर, साबून से हाथ धुलने आदि प्रोटोकाल का अनुपालन कराते हुए प्रदेश में खुले 5678 गेंहूॅ क्रय केन्द्रों पर किसानों के हित में मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत निर्धारित 1975 रूपये प्रति कुन्तल की दर से किसानों का गेंहूॅ खरीदना शुरू किया।
प्रदेश सरकार की नीति है कि प्रदेश का किसान खुशहाल रहे, और उसकी उत्पादित फसल का वाजिब मूल्य मिले। जिससे किसान की आर्थिक स्थिति मजबूत हो और उसका विकास हो । प्रदेश में किसानों से ही गेंहूॅ क्रय किया गया है, बिचौलियों, दलालों को पनपने नही दिया गया। प्रदेश में किसानों की सही पहचान के लिए पहली बार ई0पी0ओ0पी0 डिवाइस के माध्यम से किसानों का बायोमैट्रिक प्रमाणित कराते हुए खरीद की जा रही है। सरकार द्वारा गेंहूॅ खरीदने से किसानों को सीधे लाभ मिल रहा है। प्रदेश सरकार जिन किसानों से गेंहूॅ खरीद रही है, उसके मूल्य का भुगतान पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में कर रही है। इस पारदर्शी व्यवस्था से किसान का जितना गेंहूॅ क्रय किया गया है, निर्धारित दर से उसको पूरा मूल्य मिल रहा है।
इस वर्ष अभी तक प्रदेश के 1265269 किसानों से 5534135.33 मीट्रिक टन गेंहूॅ क्रय किया गया है, जो गत वर्ष से काफी अधिक है। कोरोना जैसी महामारी के समय भी प्रदेश सरकार ने किसानों के आर्थिक हित का ध्यान रखा और क्रय किये गये गेंहूॅ मूल्य का 10929.917 करोड़ रूपये किसानों के खातों में सीधे भुगतान किया है। खरीदे गये गेंहूॅ में एक हेक्टेयर से कम भूमि वाले 277802 सीमान्त कृषक, एक से दो हेक्टेयर भूमि वाले 394309 लघु कृषक, दो से चार हेक्टेयर भूमि वाले 361039 लघु मध्यम कृषक, चार से दस हेक्टेयर भूमि वाले 72383 मध्यम कृषको व बड़े किसानों से गेंहूॅ क्रय करते हुए उन्हें लाभान्वित किया गया है। प्रदेश सरकार की गेहूँ क्रय नीति से क्रय किये गये गेंहूॅ के मूल्य का भुगतान पाकर किसान खुश है।